महाराष्ट्र के डीजीपी पद से रिटायर हुए डीजीपी सुबोध कुमार जायसवाल ने कहा है कि उनके कार्यकाल के दौरान राज्य सरकार ने उनपर किसी भी प्रकार का कोई दबाव नहीं डाला. उन्होंने इस तरह के समर्थन के लिए पूरी पुलिस फोर्स को धन्यवाद दिया.
सुबोध ने कहा, 'पिछला पूरा साल कोविड-19 जैसी मुश्किलों का रहा. मुझे लगता है इस दौरान हमारी फोर्स ने शानदार काम किया. हमने ऑपरेशंस के समय काफी सारे सुधार किए. जो मुझे लगता है मेरे उत्तराधिकारी भी करेंगे.'
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जब डीजीपी से ये पूछा गया कि क्या राज्य सरकार का उनपर कुछ दबाव रहा तो उन्होंने उत्तर देते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान राज्य सरकार ने उनपर कोई दबाव नहीं डाला. डीजीपी ने आगे कहा, 'ट्रांसफर होना हमारे यहां की रूटीन प्रक्रिया है अब मैं केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली दूसरी जिम्मेदारी निभाने जा रहा हूं. और मैं अपनी तरफ से उसे निभाने की पूरी कोशिश करूंगा. राज्य सरकार के दौरान मुझे किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं रही.'
आपको बता दें कि फिलहाल वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत नागराले को पुलिस महानिदेशक (महाराष्ट्र) का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. ये नियुक्ति तब की गई है जबकि सुबोध कुमार जायसवाल को सीआईएसएफ का नया डीजी बनाया जा रहा है.
जायसवाल ने आगे कहा 'मैं इस नियुक्ति से सम्मानित महसूस कर रहा हूं. महाराष्ट्र पुलिस आतंकवादियों और नक्सलियों जैसी बड़ी चुनौतियों का सामना करती हैं. हमें अपनी फोर्स को इस तरह तैयार करना होगा कि वो ऐसी हर समस्या से निपट सके. और ऐसी हर समस्या का तेजी से जवाब दिया जा सके. मुझे भरोसा है सभी पुलिसकर्मी फोर्स को मजबूत करेंगे.'