महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार के विश्वास मत पर सवाल उठा रही शिवसेना ने फड़नवीस सरकार पर आज फिर हमला बोला. पार्टी के मुखपत्र सामना में कहा गया है कि राज्य की फड़नवीस सरकार ने नियम और कानून की हेराफेरी से अपनी सरकार बचा ली. शिवसेना का आरोप है कि राज्य की अल्पमत सरकार को समूचा महाराष्ट्र धिक्कार रहा है.
'शेम! शेम! शेम!' शीर्षक से छपे सामना के संपादकीय में कहा गया है कि महाराष्ट्र विधानसभा का इतिहास गौरवपूर्ण है लेकिन इस विधानसभा में जनप्रतिनिधियों ने आमजनों की प्रतिष्ठा कम कर दी.
शिवसेना ने एनसीपी के मुखिया शरद पवार पर भी निशाना साधा है. संपादकीय में कहा गया है कि सिर्फ 24 घंटों में ही शरद पवार की फुल पैंट हाफ पैंट में बदल गई. साथ ही भाजपा के सिर पर चांद तारों वाली हरी मुसलमानी टोपी आ गई.
शिवसेना ने कहा है कि कल तक सत्ता में टिकने के लिए जो पाप कांग्रेस और एनसीपी कर रहे थे, वही पाप अब फड़नवीस सरकार भी कर रही है. और ऐसा कर सीएम देवेन्द्र फड़नवीस ने साबित कर दिया है कि वो भी कांग्रेस और एनसीपी की मिट्टी के ही बने हैं. फड़नवीस सरकार नई बोतल में पुरानी शराब की तरह है.
सामना में बीते बुधवार हो हुए सदन में हंगामे के वक्त राज्यपाल विद्यासागर राव को आई चोट को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं. कहा गया है कि राज्यपाल अगर उस दिन जख्मी हो गए थे तो फिर अपने पैरों पर चलते हुए सदन में कैसे गए. इतना ही उन्होंने जोरदार भाषण भी दिया. उनके जख्मों के दर्शन कहीं नहीं हुए.
शिवसेना ने कहा है कि अगर राज्यपाल उस दिन सच में जख्मी हो गए थे तो ये बात ठीक नहीं, लेकिन विधानसभा में जो कुछ हुआ उससे महाराष्ट्र जख्मी जरूर हुआ है.