राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोला है. शरद पवार ने कहा है कि सत्ता आती है और जाती है. इसके लिए बेचैन होने की कोई जरूरत नहीं है. वे सोमवार को पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने नाम लिए बिना बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग बेचैन हो गए हैं और मैं उन्हें दोष नहीं दूंगा. शरद पवार ने कहा कि 2019 के चुनाव से पहले वे लोग दोबारा सत्ता में आने के दावे कर रहे थे लेकिन ऐसा हुआ नहीं. इसीलिए वे बेचैन हैं. उन्होंने ये भी कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग केवल धमकी है. इसका कोई परिणाम नहीं निकलना.
शरद पवार ने कहा कि यदि चुनाव की स्थिति बनती है तो कोल्हापुर उपचुनाव के नतीजों ने ये दिखा दिया है कि किस तरह के परिणाम आने वाले हैं. शरद पवार ने बिजली संकट के साथ ही हनु्मान चालीसा विवाद पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति भावनाएं अपने धर्म से जुड़ी हुई हैं.
उन्होंने कहा कि किसी और के घर के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किए जाने की बात स्वीकार नहीं की जा सकती. अपने धार्मिक कार्य अपने घर पर ही करें. यदि आप ये कार्य मेरे घर आकर करोगे तो मेरे समर्थकों के साथ झड़प हो तो उन्हें दोषी नहीं ठहराया जा सकता. शरद पवार ने कहा कि हाल के समय में व्यक्तिगत हमलों की घटनाएं बढ़ी हैं.
शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र की सियासत में लंबे समय से सक्रिय हूं. मेरे और बाला साहब ठाकरे के बीच काफी सियासी मतभेद रहे हैं लेकिन हमने कभी एक-दूसरे के लिए निचले स्तर के शब्दों का उपयोग नहीं किया. उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से शांति और सौहार्द के लिए मिलकर काम करने, महाराष्ट्र की परंपरा को बरकरार रखने की अपील की.
(समाचार एजेंसी ANI के इनपुट के साथ)