एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार करने वाले एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े राजनीति में एंट्री कर सकते हैं. ऐसी अटकलें इसलिए लग रही है क्योंकि समीर वानखेड़े रविवार को अपनी पत्नी के साथ नागपुर के RSS मुख्यालय पहुंचे थे. अचानक बिना किसी जानकारी के उनका यूं वहां जाना हुआ है, ऐसे में चर्चाएं तेज हैं. अभी तक खुद समीर वानखेड़े ने राजनीति में आने को लेकर कुछ नहीं बोला है, लेकिन उनके इस एक दौरे ने अटकलों को हवा जरूर दी है.
जानकारी के लिए बता दें कि इस समय समीर वानखेड़े चेन्नई में DGTS अधिकारी के तौर पर तैनात हैं. वे रविवार को संघ दफ्तर पहुंचे थे, उनकी तरफ से वहां पर एक डायरी में अपने विचार भी लिखे गए. समीर कई घंटों तक वहां रुके थे और उन्होंने कई संघ नेताओं से मुलाकात की. इस मुलाकात को लेकर अभी तक संघ ने कोई बयान जारी नहीं किया है, समीर वानखेड़े ने भी चुप्पी साध रखी है.
मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले समीर वानखेड़े IRS यानी इंडियन रेवेन्यू सर्विस के 2008 बैच के ऑफिसर हैं. उनके पिता ज्ञानदेव वानखेड़े भी पुलिस अधिकारी रह चुके हैं. समीर वानखेड़े की छवि एक तेजतर्रार अफसर की रही है. एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद जिस तरह से उन्होंने बॉलीवुड एक्टर्स के ड्रग्स कनेक्शन खोजे और कार्रवाई की, उससे खलबली मची. उनकी जांच की वजह से रिया चक्रवर्ती गिरफ्तार हुईं और दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, रकुल प्रीत सिंह, अर्जुन रामपाल और श्रद्धा कपूर जैसे बड़े-बड़े सितारों को NCB दफ्तर के चक्कर काटने पड़े. बाद में आर्यन खान की गिरफ्तारी ने भी उन्हें सुर्खियों में ला दिया था.
इन कार्रवाई के अलावा समीर वानखेड़े की निजी जिंदगी भी विवादों में रही है. नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़ा कर IRS की नौकरी हासिल करने का आरोप लगाया था. उनका दावा था कि समीर वानखेड़े ने धर्म बदलकर मुस्लिम धर्म को अपनाया. ऐसे में उन्हें आरक्षण नहीं मिल सकता था. अपने आरोप को साबित करने के लिए वो वानखेड़े की पहली शादी का निकाहनामा और तस्वीर भी शेयर की थी.