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मराठा आंदोलन की आग से पुणे जला, कई जगह हिंसा

मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलन की आग अब पुणे पहुंच चुकी है. प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को पुणे में 6 बसें फूंक दी. पुणे में मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और सड़कों को जाम कर दिया.

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पुणे में आंदोलनकारियों का तांडव
पुणे में आंदोलनकारियों का तांडव

मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलन की आग अब पुणे पहुंच चुकी है. प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को पुणे में 6 बसें फूंक दीं. पुणे में मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और सड़कों को जाम कर दिया. पुणे-नासिक राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रदर्शनकारियों ने हंगामा किया. स्थिति को देखते हुए इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है.

पुणे नासिक हाइवे पर मराठा क्रांति के कार्यकर्ताओं के हंगामे की वजह से यातायात व्यवस्था मामूली रूप से प्रभावित हुई. हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस बल की निष्क्रियता को लेकर सवाल उठ रहे हैं. कहा जा रहा है कि पुलिस मौके पर मौजूद थी, लेकिन वह प्रदर्शकारियों को बसों को आग के हवाले करने से नहीं रोक पाई.

वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेताओं और विधायकों की बैठक के बाद राज्यपाल विद्यासागर राव को ज्ञापन सौंपा और कहा कि वह मराठा आरक्षण मामले में हस्तक्षेप करें. कांग्रेस ने मराठा समुदाय को 16 फीसदी आरक्षण देने की मांग की.

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बता दें कि मराठा आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा के लिए महाराष्ट के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इसमें सभी दलों के नेताओं ने मराठा आरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. इस मुद्दे पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने को लेकर भी चर्चा की गई.

सर्वदलीय बैठक करने के बाद महाराष्ट के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपील की कि स्थिति शांतिपूर्ण होनी चाहिए और कोई भी सख्त कदम नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट जमा करने के लिए पिछड़ा आयोग से अनुरोध किया गया है और फिर हम विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएंगे. उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण पर सभी दलों का एक ही विचार है और हमने इस मामले पर सर्वसम्मति से खड़े होने का फैसला किया है.

महाराष्ट्र के सीएम ने कहा कि मैंने डीजीपी को निर्देश दिया है कि लोगों के खिलाफ दर्ज मामले, विरोध-प्रदर्शन में भाग लेना, वापस लेना चाहिए. केवल पुलिसकर्मियों पर हमला करने जैसे गंभीर मामले, आग लगने आदि में शामिल होना वापस नहीं लिया जाएगा.

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