मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना और भाजपा एक दूसरे पर वार कर रहे हैं. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि अगर भाजपा गठबंधन धर्म का पालन नहीं करती है, तो शिवसेना के पास अन्य विकल्प भी हैं. भाजपा उन्हें उसपर विचार करने के लिए मजबूर ना करे.
कांग्रेस की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि अगर शिवसेना हमें प्रस्ताव देती है तो वह सरकार बनाने पर विचार कर सकते हैं.
वहीं NCP के छगन भुजबल ने भी शिवसेना को बीजेपी का साथ छोड़कर उनके साथ आने को कहा था. हालांकि, शिवसेना की ओर से कोई बयान नहीं आया था.Praful Patel, Nationalist Congress Party (NCP), in Mumbai: The people's mandate (in #MaharashtraAssemblyElections) is for us to sit in the Opposition. If the situation changes, then we will see. pic.twitter.com/WkZHoDLDeZ
— ANI (@ANI) October 30, 2019
महाराष्ट्र चुनाव में इस बार बीजेपी और शिवसेना एक साथ चुनाव लड़े और दोनों के गठबंधन को बहुमत भी मिला. लेकिन चुनाव नतीजों के बाद सीएम पद की कुर्सी पर पेच फंस गया है. वहीं एनसीपी-कांग्रेस लगातार कह रही है कि उन्हें सरकार बनाने के लिए जनादेश नहीं मिला है.
महाराष्ट्र में किसको मिली हैं कितनी सीटें...
भाजपा- 105
शिवसेना- 56
कांग्रेस- 44
एनसीपी- 54
इधर एनसीपी और कांग्रेस की ओर से शिवसेना पर डोरे डाले जा रहे हैं तो बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने बयान दिया है कि अगर शिवसेना विपक्षी पार्टियों के साथ जाने की सोचती है तो ये ....विपरीत बुद्धि के समान होगा. बीजेपी के नेता भी लगातार शिवसेना के साथ सरकार बनाने की बात तो कर रहे हैं, लेकिन सीएम पद पर आर-पार जारी है.