scorecardresearch
 

पालघर लिंचिंग: उमा की उद्धव को चिट्ठी- दोषियों को दें कड़ी सजा, प्रायश्चित के लिए कर रहीं उपवास

पालघर मॉब लिंचिंग मामले को लेकर उद्धव सरकार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है. भाजपा नेता उमा भारती ने अब इस मामले में उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने कहा है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद वह उस स्थान पर जाएंगी.

Advertisement
X
पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने लिखी चिट्ठी
पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने लिखी चिट्ठी

  • पालघर लिंचिंग की घटना पर उमा भारती की चिट्ठी
  • उद्धव से की दोषियों को कड़ी सजा देने की अपील
कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहे महाराष्ट्र में बीते दिनों हुई मॉब लिंचिंग की घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया. पालघर के एक गांव में दो साधुओं समेत तीन लोगों को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला, जिस पर बवाल बढ़ गया है. अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की नेता उमा भारती ने इस मसले पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी है. उमा ने दोषियों को कड़ी सज़ा देने की मांग की है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने अपनी चिट्ठी में लिखा, ‘भीड़ के द्वारा साधुओं की हत्या करना एक महापाप है, आप (उद्धव ठाकरे) के राज्य में ये जघन्य कृत्य हुआ है, इसलिए आपको इन्हें सजा देनी ही होगी. जिन पुलिसकर्मियों से साधु मदद की गुहार लगा रहे थे, उन्होंने ही उन्हें भीड़ के हवाले कर दिया.’

Advertisement

उमा भारती ने मांग करते हुए लिखा कि पुलिसकर्मियों पर भी धारा 302 के तहत केस दर्ज होना चाहिए. आपने अगर कठोर दंड नहीं दिया तो आप भी पाप के भागीदार होंगे. मैं आज प्रायश्चित के लिए उपवास रख रही हूं और साधुओं से भी एक दिन की उपवास की अपील की है. उमा भारती ने कहा कि जब लॉकडाउन खत्म होगा, तो वह उस स्थान पर जाएंगी.

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पालघर के एक गांव में 16 अप्रैल की रात को दो साधुओं और उनके ड्राइवर की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. गांव वालों ने चोरी के शक में इनपर हमला किया, इस दौरान वहां पर खड़े कुछ पुलिसकर्मी कुछ नहीं कर पाए और तमाशा देखते रहे. महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले में 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है, जबकि कई केस भी दर्ज किए गए हैं.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा था कि वह किसी भी दोषी को नहीं छोड़ेंगे. लेकिन लोग इसे हिंदू-मुस्लिम के रंग से ना देखें, जो भी इस मसले को भड़काने की कोशिश करेगा, उसपर एक्शन लिया जाएगा.

Advertisement
Advertisement