मुंबई शहर को पहली बार अनुसूचित जाति की महिला मेयर मिलने वाली है. शहर विकास विभाग के द्वारा निकाली गई लॉटरी में मुंबई शहर के मेयर का पद इस बार अनुसूचित जाति की महिला उम्मीदवार के लिए आरक्षित हुआ है. इस पद के लिए शिवसेना के 3 महिला उम्मीदवारों का नाम दावेदार के रूप में सामने आ रहा है.
मुंबई शहर की प्रथम नागरिक होने का सम्मान किसे मिलेगा, यह चर्चा अब शुरू हो गई है. मेयर सुनील प्रभु का कार्यकाल 9 सितम्बर को खत्म हो रहा है और 10 सितम्बर से नए मेयर के नाम पर मुहर लगना जरूरी है. मेयर का कार्यकाल 2 साल, 6 महीने का होता है. बस कुछ ही दिन बचे हैं और मेयर पद के लिए चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है. यह अलग बात है कि पहली बार इस साल मेयर का पद अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित हुआ है.
इस पद के लिए शिवसेना के 3 महिला उम्मीदवारों के नाम सामने आ रहे हैं. पहला नाम है वार्ड नंबर 204, माजगांव की शिवसेना की नगरसेविका यामिनी जाधव का. बी. कॉम यामिनी पहली बार नगरसेविका बनी हैं और अपने काम के लिए जानी जाती हैं.
यामिनी जाधव ने कहा, 'मुझे पता नहीं है कि मेरा नाम आगे है या नहीं, लेकिन जो भी मेयर बने, हर कोई इस शहर के लिए काम करेगा. बाकी महिलाएं भी इस रेस में हैं. कोई भी मेयर बने, हम सब दोस्त हैं. इस बार यह पद अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित हुआ है, यह अच्छी बात है. मुंबई के विकास के लिए ही काम होगा.'
दूसरा नाम आगे आ रहा है विक्रोली की नगरसेविका डॉक्टर भारती बावाधाने का. भारती MBBS डॉक्टर हैं और तीनों उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा शिक्षित होने की वजह से भारती का नाम आगे होने की अधिक चर्चा है.
डॉक्टर भारती बवाधाने ने कहा, 'मुझे लगता है कि क्वालिफिकेशन जरूरी है. लेकिन जो भी फैसला लेना है, वो हमारे पक्ष प्रमुख ही लेंगे. अगर मैं मेयर बनती हूं, तो महिलाओं की सुरक्षा और लोगों का स्वास्थ्य मेरे प्राथमिक मुद्दे होंगे.'
तीसरा नाम है परेल विभाग की शिवसेना की नगरसेविका स्नेहल आम्बेकर का. स्नेहल बी. कॉम हैं और पहली बार नगरसेविका बनी हैं. तीनों उम्मीदवार पहली बार ही नगरसेविका बनी हैं, लेकिन तीनों के लिए अपने-अपने विभाग में किया हुआ काम बोल रहा है. BMC में चुनाव की तैयारियां हो चुकी हैं, लेकिन पार्टी हाईकमान से उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगनी बाकी है.