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BJP को रास्ते पर लाने की कोशिश दुश्मनी नहीं: शिवसेना

आजतक के कार्यक्रम मुंबई मंथन में शिवसेना और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप की खबरों और अगले लोकसभा चुनाव साथ लड़ने को लेकर दोनों दलों के नेता ने अपनी बात रखी.

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आजतक के कार्यक्रम में अरविंद सावंत (फोटो- आजतक)
आजतक के कार्यक्रम में अरविंद सावंत (फोटो- आजतक)

मुंबई मंथन आजतक के कार्यक्रम मुंबई मंथन के दसवें सत्र- 2019 के चुनाव: कौन किसके साथ? में सुधीर मुनगंटीवार, छगन भुजबल, अशोक चव्हाण और अरविंद सावंत ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन राजदीप सरदेसाई ने किया.

महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बावजूद अपने ही सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ खुलकर टिप्पणी करने के सवाल पर शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि हम सरकार के दुश्मन नहीं हैं. सरकार अपने वादे और काम भूल गई है तो हमारा काम उसे याद दिलाना है. हमें आलोचना करनी पड़ती है. यह दुश्मनी नहीं है.

उन्होंने आगे कहा कि आलोचना करने वाला या जवाब पूछने वाला शत्रु नहीं मित्र होता है. वह सही रास्ते पर लाने का काम करता है. सावंत ने कहा कि मैं एक किस्सा बताता हूं कि हम आलोचना क्यों करते हैं. उन्होंने कहा- किसान आत्महत्या कर रहे थे, दुर्भाग्यवश महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की. हमारी पार्टी प्रमुख ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ करो, लेकिन सरकार होते हुए हम ऐसा नहीं कर सके तो इसी तरीके से उन्हें रास्ते पर लाना पड़ता है.

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सावंत ने कहा कि इसके बाद सरकार ने इस बारे में फैसला लिया. आने वाले लोकसभा चुनावों में दोनों दल साथ लड़ेंगे या नहीं, इस बारे में उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ही करेंगे.

महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री और बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने सावंत की बातों के जवाब में कहा कि अनेकता में एकता ही गठबंधन का धर्म है. उन्होंने कहा कि हमसे पहले कांग्रेस और एनसीपी की सरकार में इससे भी ज्यादा आलोचना होती थी. उन्होंने कहा कि शिवसेना हमारे खिलाफ आरोप लगाती है, हम प्रत्यारोप नहीं लगाते हैं. न ही भाजपा ने कभी शिवसेना के खिलाफ कोई संपादकीय लिखा है. उन्होंने भरोसा जताया कि हम शिवसेना के साथ दोस्ती नहीं तोड़ेंगे.

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