मुंबई ने आज कोरोना मामलों में दूसरी लहर की अपनी सीमा को पार कर लिया. 24 घंटे के भीतर देश की आर्थिक राजधानी में 15166 कोविड केस सामने आए हैं और 3 मौतें हुई हैं. अप्रैल 2021 में दूसरी लहर के दौरान मायानगरी में एक दिन के भीतर 11206 मामले निकले थे. वहीं, राज्य में अब तक ओमिक्रॉन के भी 653 मरीज सामने आ चुके हैं.
महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन संक्रमण की बात करें तो बुधवार को 144 नए मरीजों की पुष्टि हुई. रिपोर्ट के मुताबिक, ओमिक्रॉन मामलों की संख्या मुंबई में 100, नागपुर में 11, थाणे और पुणे नगर निगम एरिया में 7, पीसीएमसी में 6 दर्ज की गई. इसके अलावा कोल्हापुर में 5, अमरावती, उल्हासनगर, भिवंडी निजामपुर में क्रमश: 2-2 और पनवेल और उस्मानाबाद में 1-1 ओमिक्रॉन संक्रमित मिले. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक राज्य में ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमितों की संख्या 797 तक पहुंच चुकी है.
15 फरवरी तक कॉलेज बंद
20000 केस आए तो मुंबई में लॉकडाउन
पिछले कई दिनों से लगातार कोरोना के रिकॉर्ड टूट रहे हैं. एक्सपर्ट ऐसा मान रहे हैं कि मुंबई में ओमिक्रॉन वैरिएंट का कम्युनिटी स्प्रेड हो गया है. न कोई ट्रैवल हिस्ट्री देखने को मिल रही है और न ही कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग हो पा रही है. अब इस खतरे के बीच बीएमसी ने कहा है कि अगर मुंबई में कोरोना के एक दिन में 20000 से ज्यादा मामले आने लगेंगे तो फिर लॉकडाउन लगाने पर फैसला लिया जा सकता है.
भारत में तीसरी लहर की आहट
ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच भारत में तीसरी लहर शुरू होने की बात कही जा रही है. ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही मुसीबत और बढ़ा सकती है. कैंब्रिज यूनिवर्सिटी (Cambridge University) ने भारत में दूसरी लहर का सटीक अंदेशा जताया था. ऐसे में तीसरी लहर की चेतावनी भी भारत के लिए बड़ा खतरा है.