राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने अभिनेता ओम पुरी से पद्मश्री और सारे राष्ट्रीय पुरस्कार वापस लेने की मांग की है. पार्टी का कहना है कि पाकिस्तानी कलाकारों के समर्थन और भारतीय सेना के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने की वजह से ओम पुरी से ये सम्मान वापस लिए जाने चाहिए.
ओम पुरी ने पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलिवुड में बैन के खिलाफ राय व्यक्त करते हुए कहा था कि उन्हें भारत सरकार से वीजा और वर्क परमिट मिलता है. ऐसे में उन पर कोई भी फैसला लेने का हक भी भारत सरकार को ही है. एक चैनल से बात करते ओम पुरी ने भारतीय सैनिक के लिए कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी में कहा था कि उन पर किसी ने सेना ने दबाव नहीं डाला था. एमएनएस ने ओम पुरी की आलोचना करते हुए उन्हें असंवेदनशील बताया. एमएनएस के फिल्म प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमय खोपकर ने कहा, अभी तक हम सलमान खान, महेश भट्ट और अबु आजमी को ही बेतुके बयानों के लिए जानते थे लेकिन अब लगता है कि ओम पुरी ने उनकी जगह ले ली है.
खोपकर ने कहा कि हम उन्हें हमेशा संवेदनशील एक्टर के तौर पर जानते थे, लेकिन उन्होंने अपने बयानों से खुद को असंवेदनशील साबित कर दिया है. ऐसे व्यक्ति से पद्मश्री और राष्ट्रीय पुरस्कार जैसे सभी सम्मान वापस ले लिए जाने चाहिए.
बता दें कि उरी आतंकी हमले के बाद एमएनएस ने बॉलिवुड में काम करने वाले सभी कलाकारों को 48 घंटे में मुंबई छोड़कर चले जाने का अल्टीमेटम दिया था. तब से ये बहस छिड़ी हुई है कि पाकिस्तानी कलाकारों को बॉलिवुड में काम करने दिया जाना चाहिए या नहीं. इस मुद्दे पर बॉलिवुड भी बंटा नजर आ रहा है.