महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कोलकाता में मुलाकात की. ईवीएम के मुद्दे पर हुई इस मुलाकात पर राज ठाकरे ने कहा, 'मैं चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल के मुद्दे पर उनसे मिलने आया था. मैंने उन्हें मुंबई में एक मोर्चे के लिए आमंत्रित किया है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लोकतंत्र को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, मैं हूं,ऐसे समझ लेना. इसके अलावा राज ठाकरे ने कहा कि EVM के मुद्दे पर उन्हें हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयुक्त से कोई उम्मीद नहीं है.
राज ठाकरे मंगलवार को कोलकाता पहुंचे थे. विपक्षी पार्टियां अकसर बीजेपी पर ईवीएम में गड़बड़ी करके 2019 लोकसभा चुनाव जीतने का आरोप लगाती रही हैं. वहीं चुनाव आयोग (ईसीआई) ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि ईवीएम के साथ किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं की जा सकती. इस महीने की शुरुआत में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने यूपीए चीफ सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी.
MNS leader Raj Thackeray after his meeting with Mamata Banerjee in Kolkata: I came to meet her on the issue of use of EVMs in polls. I've invited her for a 'morcha' in Mumbai. She told me that her party is committed towards saving democracy. She said, "Main hun,aisa samajh lena." pic.twitter.com/5MOLldriPr
— ANI (@ANI) July 31, 2019
सोनिया के आवास पर यह बैठक करीब आधे घंटे चली थी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले इस बैठक को काफी अहम बताया गया था. सोनिया से मुलाकात के बाद राज ठाकरे चुनाव आयोग भी पहुंचे थे और उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील आरोड़ा और ईसी के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की.
राज ठाकरे ने मांग की कि राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में वोटिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की जगह बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया जाए. इसके बाद मीडिया से बातचीत में ठाकरे ने कहा था कि बैलेट पेपर पर बात करने पर चुनाव आयोग के अधिकारियों की प्रतिक्रिया से वे मुझे इस मुद्दे पर उदासीन नजर आए. उन्होंने तंज कसते हुए यह भी कहा कि अगर मैच पहले से फिक्स है तो तैयारियों की जरूरत क्या है.