महाराष्ट्र के जालना शहर में मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. यहां गांधी नगर इलाके में सात साल की बच्ची संध्या पाटोले को आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला कर मार डाला. घटना के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया और नगर निगम की लापरवाही को लेकर जनता ने तीखी नाराजगी जताई.
जानकारी के मुताबिक, संध्या अपने घर के पास खुले प्लॉट में खेल रही थी. तभी कुत्तों के एक झुंड ने उस पर हमला कर दिया. बच्ची के चाचा राम पाटोले ने बताया कि परिवार पहले से ही एक अन्य सदस्य की मृत्यु से शोक में था, इसी बीच संध्या बाहर खेलने चली गई. तभी कुत्तों ने उस पर हमला कर गला और पेट को बुरी तरह से नोच डाला. घायल बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
संध्या अपने पिता की तीन संतानों में सबसे बड़ी थी. उसके पिता दिहाड़ी मजदूर हैं और इस हादसे ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है. घटना के बाद नगर निगम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सैनिटरी इंस्पेक्टर राधेश्याम लोखंडे को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है. जालना नगर निगम के आयुक्त संतोष खंडेकर ने बताया कि आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए नया टेंडर निकाला जा रहा है क्योंकि पिछला ठेकेदार काम अधूरा छोड़ कर चला गया था.
नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन
वहीं, शिवसेना (उद्धव गुट) के जिलाध्यक्ष भास्कर अम्बेकर के नेतृत्व में हाल ही में नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन भी हुआ था. विधायक अर्जुन खोतकर ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर संवेदना जताई और नगर निगम को सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए.