कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सावरकर पर दिए बयान पर घमासान मचा हुआ है. वहीं अब सावरकर के मुद्दे पर शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रतिक्रिया दी है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है, 'हमारी सरकार (शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन) कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (सीएमपी) के आधार पर काम कर रही है, न कि विचारधारा के आधार पर. सावरकर पर हमारा रुख पहले जैसा है.
वहीं नागरिकता कानून पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अदालत सीएए पर क्या फैसला देता है, हम उस पर अपना रुख साफ करेंगे.
केंद्र की भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) पर हमला बोलते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी विनायक दमोदर सावरकर पर राहुल गांधी की टिप्पणी का राजनीतिकरण कर रही है. ठाकरे कहा कि महा विकास अघाड़ी की सरकार विचारधारा नहीं गठबंधन पर काम कर रही है, विचारधारा पर नहीं.
कोर्ट के फैसले के बाद साफ करेंगे CAA पर अपना रुख
उद्धव ठाकरे ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के नाम पर देश में बेहद गलत संदेश जा रहा है. कुछ लोग इसे कोर्ट में चुनौती देने की बात कर रहे हैं. हम पहले निर्णय करेंगे कि कोर्ट इस मामले पर क्या निर्णय लेता है. हम इस मामले पर अपना रुख बाद में स्पष्ट करेंगे.
Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray in Nagpur: Our government (Shiv Sena-Congress-NCP alliance) is working on the basis of Common Minimum Programme (CMP), not on the basis of ideology. Our stance on Savarkar is same as before. https://t.co/HZzeSFUshb
— ANI (@ANI) December 15, 2019
गौरतलब है कि राहुल गांधी के बयान मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं राहुल गांधी है, माफी नहीं मांगूंगा के बयान के बाद से ही बीजेपी शिवसेना पर हमलावर है. शिवसेना जहां सावरकर को महान स्वतंत्रता सेनानी कहती आई है, वहीं कांग्रेस के पूर्व मुखिया सावरकर पर निशाना साधते रहे हैं.
महाराष्ट्र में कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना की गठबंधन सरकार है. ऐसे में बीजेपी शिवसेना पर दबाव बना रही है कि शिवसेना राहुल गांधी के बयान पर अपनी सफाई दे.
शिवसेना बता चुकी है सावरकर को देवतुल्य
इससे पहले शिवसेना राहुल गांधी के बयान पर जवाब दे चुकी है. शिवसेना राउत संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं को दिल्ली जाकर राहुल गांधी को सावरकर की किताबें गिफ्ट करनी चाहिए, ताकि वो सावरकर को समझ सकें और उनकी गलतफहमी दूर हो सके . महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं को राहुल गांधी को यह भी बताना चाहिए कि वीर सावरकर ने अंग्रेजों के खिलाफ किस तरह संघर्ष किया था और लड़ाई लड़ी थी.
संजय राउत ने यह भी कहा था कि सावरकर सिर्फ महाराष्ट्र नहीं बल्कि पूरे देश के लिए देवतुल्य हैं. उन्होंने गांधी और नेहरू की तरह देश के लिए जीवन बलिदान किया. हमें देवता जैसे व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए. हालांकि संजय राउत ने अपने ट्वीट में राहुल गांधी का नाम नहीं लिया.
क्या थी राहुल गांधी की सावरकर पर टिप्पणी?
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को भारत बचाओ रैली को संबोधित करते हुए कहा था, 'कल संसद में बीजेपी के नेताओं ने मुझे मेरे भाषण के लिए माफी मांगने के लिए कहा, लेकिन मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है, मेरा नाम राहुल गांधी है. मैं सच्चाई के लिए कभी माफी नहीं मांगूंगा. मैं मर जाऊंगा, मगर माफी नहीं मांगूंगा, न कोई कांग्रेस का कार्यकर्ता माफी मांगेगा. '