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महाराष्ट्र निकाय चुनाव: पहले चरण में 47.51% मतदान, कई जगह हिंसा और झड़प

महाराष्ट्र निकाय चुनाव के पहले चरण में करीब एक करोड़ मतदाता वोट डालने के पात्र थे. मतदान सुबह 7.30 बजे शुरू होकर शाम 5.30 बजे संपन्न हुआ. राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) के अनुसार अंतिम मतदान प्रतिशत देर रात जारी होगा.

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इस चरण में 264 स्थानीय निकायों की 6,042 सीटों के लिए वोट पड़े, जबकि 264 अध्यक्ष पदों पर भी चुनाव हुआ. (File Photo- ITG)
इस चरण में 264 स्थानीय निकायों की 6,042 सीटों के लिए वोट पड़े, जबकि 264 अध्यक्ष पदों पर भी चुनाव हुआ. (File Photo- ITG)

महाराष्ट्र में नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनाव के पहले चरण में मंगलवार को शाम 3.30 बजे तक 47.51 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. मतदान सुबह 7.30 बजे शुरू होकर शाम 5.30 बजे संपन्न हुआ. राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) के अनुसार अंतिम मतदान प्रतिशत देर रात जारी होगा.

इस चरण में 264 स्थानीय निकायों की 6,042 सीटों के लिए वोट पड़े, जबकि 264 अध्यक्ष पदों पर भी चुनाव हुआ. कई जगहों पर महायुति गठबंधन के घटक दल भाजपा, एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में उतरे, जिससे मुकाबला दिलचस्प और बहुकोणीय बना रहा.

कई जिलों में हिंसा, पथराव और झड़पें

रायगढ़ जिले के रोहा और महाड़ में शिवसेना और एनसीपी कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष हुआ. वहीं बीड जिले के जियोराई में भाजपा और एनसीपी कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट की नौबत आ गई.

हिंगोली में एक वीडियो सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने जांच शुरू की है, जिसमें शिवसेना विधायक संतोष बांगड़ कथित तौर पर मतदान केंद्र में महिला मतदाता के वोट डालते समय प्रवेश करते दिखाई दे रहे हैं.

बुलढाणा में फर्जी मतदान का आरोप

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कांग्रेस ने बुलढाणा में व्यापक फर्जी मतदान का आरोप लगाया है. मतदान शुरू होने के डेढ़ घंटे में दो संदिग्ध फर्जी मतदाताओं को पकड़ा गया. कांग्रेस का आरोप है कि ग्रामीण इलाकों से लोगों को बुलाकर चुनाव प्रभावित करने की कोशिश की गई. पार्टी ने शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ पर फर्जी मतदाताओं को लाने का आरोप लगाया, हालांकि इस मामले पर अधिकारियों की प्रतिक्रिया नहीं आई है.

24 निकायों में वोटिंग टली, 21 दिसंबर को होगी गिनती

बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ के निर्देश पर 24 स्थानीय निकायों में मतदान 20 दिसंबर तक टाल दिया गया है. इन फैसलों के बीच 264 निकायों की मतगणना 21 दिसंबर को होगी.

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चुनाव टालने को लेकर SEC पर कानूनी प्रावधानों की गलत व्याख्या करने का आरोप लगाया. उन्होंने पूछा कि सिर्फ 24 निकायों के चलते पूरे प्रदेश की मतगणना क्यों टाली गई.

भाजपा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि आयोग के फैसले से निर्वाचन प्रक्रिया की साख पर सवाल उठे हैं.

हिंसा पर अजित पवार का सख्त संदेश

रायगढ़ की घटनाओं पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं. उन्होंने सभी दलों से गठबंधन धर्म निभाने और चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से कराने की अपील की. पवार ने कहा कि चुनाव पवित्र प्रक्रिया है और हर मतदाता को बिना भय के वोट डालने का अधिकार मिलना चाहिए.

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पहले चरण में 1 करोड़ वोटर्स

करीब एक करोड़ मतदाता पहले चरण में वोट डालने के पात्र थे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत सभी चुनाव 31 जनवरी, 2026 तक संपन्न होने हैं. ये चुनाव पिछले साल विधानसभा में महायुति की भारी जीत के बाद राजनीतिक माहौल को परखने वाली बड़ी परीक्षा माने जा रहे हैं. महायुति और महा विकास अघाड़ी (MVA) के बीच सीधी टक्कर है, लेकिन कई जगहों पर गठबंधन सहयोगियों के बीच फ्रेंडली फाइट भी देखने को मिली.

चुनाव आयोग ने फर्जी मतदाताओं की पहचान के लिए डबल-स्टार मार्किंग सिस्टम लागू किया है और एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है, जिसमें उम्मीदवारों की जानकारी और हलफनामे उपलब्ध हैं.

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