उद्धव सरकार ने महाराष्ट्र विधानसभा में अपना फ्लोर टेस्ट पास कर लिया है. सरकार के पक्ष में 169 वोट पड़े हैं, जो बहुमत के आंकड़े से 24 वोट अधिक है. हालांकि, इस दौरान चार विधायक तटस्थ रहे. यानी इन विधायकों ने न तो उद्धव सरकार के समर्थन में किया और न ही विपक्ष में वोटिंग की.
इसमें असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के दो विधायक, राज ठाकरे की पार्टी मनसे के एक विधायक और सीपीआई-एम के एक विधायक शामिल हैं. फ्लोर टेस्ट से पहले बीजेपी के विधायकों ने वॉक आउट कर दिया था. बीजेपी के वॉक आउट की वजह से 115 विधायक सदन में मौजूद नहीं रहे.
#UPDATE The 2 All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen(AIMIM) MLAs, the 1 CPI(M) MLA and the 1 MNS MLA stood neutral(did not vote for or against the motion). #Maharashtra https://t.co/QZUQKF6Ed6
— ANI (@ANI) November 30, 2019
क्या है बहुमत का आंकड़ा
महाराष्ट्र विधानसभा में कुल सीटें 288 हैं. बहुमत के लिए कम से कम 145 विधायकों का समर्थन जरूरी है. शिवसेना के 56, एनसीपी के 54, कांग्रेस के 44 विधायको को मिलकर आंकड़ा 154 है. इन सभी विधायकों ने सरकार के पक्ष में वोट डाला. इनके अलावा छोटे दलों और निर्दलीय विधायकों ने भी उद्धव सरकार के पक्ष में वोट डाला.
इन छोटे दलों ने किया समर्थन
महा विकास अघाड़ी को 169 विधायकों का समर्थन मिला. उद्धव सरकार के पक्ष में शिवसेना के 56, एनसीपी के 54, कांग्रेस के 44, सपा के 2, स्वाभिमानी शेतकारी के एक, बहुजन विकास अघाड़ी के 3, पीडब्लूपी के एक और निर्दलीय 10 विधायक रहे. इसमें एनसीपी के एक विधायक को प्रोटेम स्पीकर बना दिया गया था, इस वजह से 169 विधायकों ने वोट डाला.
Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray in assembly: Yes I took oath in name of Chhatrapati Shivaji Maharaj and also in name of my parents. If this is an offence then I will do it again pic.twitter.com/OvfTzKbdeZ
— ANI (@ANI) November 30, 2019
हां मैंने शिवाजी महाराज के नाम पर शपथ ली
फ्लोर टेस्ट में पास होने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हां मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर और अपने माता-पिता के नाम पर शपथ ली. अगर यह अपराध है तो मैं इसे फिर से करूंगा.
विपक्ष का नेता बनने की होड़
फ्लोर टेस्ट के बाद एनसीपी नेता छगन भुजबल ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस के सामने विपक्ष का नेता बनने की होड़ है. पहले बीजेपी को फैसला लेना है कि विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस हैं या चंद्रकांत पाटिल.