जब से कोरोना महामारी (Coronavirus) की शुरुआत हुई है, तब से भारत में महाराष्ट्र (Maharashtra Covid-19 Cases) सबसे ज्यादा प्रभावित रहने वाला राज्य रहा है. हालांकि, अब राज्य में कोरोना के दैनिक मामले काफी कम हो गए हैं, लेकिन डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant) का खतरा बढ़ता जा रहा है.
महाराष्ट्र में अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट के 66 मरीज मिल चुके हैं, जिसमें से 61 का इलाज हो चुका है और वे ठीक हो गए हैं. वहीं, पांच मरीजों की जान चली गई. इन मरीजों को कई अन्य बीमारियां भी थीं. राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान प्रयोगशाला ने ठाणे जिले में आज 1 डेल्टा प्लस मरीज की सूचना दी है. इसके बाद यह संख्या बढ़कर 66 हुई.
ठाणे जिले की 50 वर्षीय महिला का 22 जुलाई को कोरोना के हल्के लक्षण दिखाई दिए थे. उस समय महिला ने इलाज करवाया था. महाराष्ट्र में 80 फीसदी से ज्यादा सैंपलों में इस जेनेटिक सीक्वेंसिंग टेस्ट से डेल्टा वैरिएंट पाए गए थे. सर्वेक्षण में अब तक राज्य में 66 डेल्टा प्लस वैरिएंट की पहचान की गई है.
किन जिलों में कितने मामले?
जिन जिलों में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस मिले हैं, उनमें जलगाव में 13 , रत्नागिरी में 12 , मुंबई में 11 , ठाणे में 6 , पुणे में 6 , पालघर और रायगड में 3 , नांदेड़ और गोंदिया में 2 , चंद्रपुर , अकोला , सिंधदुर्ग , सांगली , नंदुरबार , औरंगाबाद , कोल्हापुर और बीड जिले में 1- शामिल हैं.
डेल्टा प्लस मरीजों के करीबी सहयोगियों की तलाश भी की जा रही है. यदि किसी मरीज के कोई लक्षण मिलते हैं तो उसके सैंपल्स लिए जा रहे हैं और लैब्स में जांच के लिए भेजे जा रहे. फ्लू जैसी बीमारी और अन्य बीमारियों का सर्वेक्षण किया जा रहा है. इसके अलावा, दोबारा संक्रमित हुए व्यक्तियों की भी तलाश की जा रही है.
33 डेल्टा प्लस के मरीज की उम्र 19 से 45 वर्ष
वहीं, 33 डेल्टा प्लस के मरीज 19 से 45 वर्ष के आयु वर्ग के हैं. 46 से 60 वर्ष के आयु वर्ग के 18 मरीज मिले हैं. इनमें 18 साल से कम उम्र के 7 मरीज हैं. 60 साल से ऊपर के 8 मरीज हैं. अब तक मिले 66 डेल्टा प्लस मरीजों में से 32 पुरुष और 34 महिलाएं हैं.
66 डेल्टा प्लस मरीजों में से 10 को दोनों कोविड के टीके मिले हैं, जबकि 8 को केवल 1 खुराक मिली है. ऐसे कुल 18 मरीजों का टीकाकरण हुआ है. टीका लगाए गए लोगों में से दो को कोवैक्सीन का टीका लगाया गया है और अन्य सभी को कोविशील्ड लगाई गई है.
31 मरीजों को हल्के लक्षण
66 डेल्टा प्लस मरीजों में से 31 मरीजों में काफी कम लक्षण दिखाई दिए. ऐसे में इन मरीजों को अस्पताल में भर्ती करवाए जाने की जरूरत नहीं हुई. 66 मरीजों में से 61 कोविड बीमारी से ठीक हो चुके हैं. वहीं, 5 की मृत्यु हुई, जिसमें से 3 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं.
रत्नागिरी जिले में 2 और बीड, मुंबई और रायगढ़ में 1-1 मौत हुई है. मरने वाले पांच मरीजों की उम्र 65 वर्ष से अधिक थी और ये सभी उच्च जोखिम वाली बीमारियों से पीड़ित थे. पांच में से दो को कोविशील्ड वैक्सीन की दो खुराक मिली थी, जबकि अन्य ने कोई खुराक नहीं ली थी.