महाराष्ट्र के मुख्य सचिव ने आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला को लेकर अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है. रिपोर्ट में रश्मि शुक्ला पर फोन टैपिंग करने और गलत आधार पर जानकारी देने का आरोप लगाया गया है. इतना ही नहीं रश्मि शुक्ला पर सरकार को गुमराह करने का आरोप लगा है. रिपोर्ट में कहा गया कि गलत आधार पर फोन टैपिंग की इजाजत ली गई. इससे पहले आरोप लगाया गया था कि रश्मि शुक्ला ने एक रिपोर्ट दी थी, जिसपर कार्रवाई नहीं की गई. इसको लेकर भी स्पष्टीकरण दिया गया है. बताया गया कि उस मामले को देखा गया था लेकिन कार्रवाई नहीं की गई. क्योंकि रिपोर्ट में कोई ठोस आधार नहीं दिया गया था.
रिपोर्ट में यह भी आरोप लगाया गया कि रश्मि शुक्ला ने सरकार को गुमराह किया. देश की सुरक्षा मामले का आधार बताकर फोन टैपिंग की इजाजत ली गई थी. लेकिन उन्होंने सरकार को गुमराह कर कुछ पर्सनल कॉल रिकॉर्ड किए. इसके अलावा यह भी कहा गया है कि झूठे आधार पर फोन टैपिंग की इजाजत मांगे जाने को लेकर जब रश्मि शुक्ला से स्पष्टीकरण मांगा तो उन्होंने माफी मांगी और रिपोर्ट वापस लेने की बात कही है. सबसे अहम बात है कि रिपोर्ट में उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गई है. क्योंकि यह एक टॉप सीक्रेट दस्तावेज था, जिसे मीडिया के जरिए खोला गया है. बताया गया है कि फोन टैपिंग मामले में अब FIR दर्ज की जाएगी.
राकपा ने लगाया था फोन टैपिंग का आरोप
इससे पहले बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता जितेंद्र आव्हाड ने आरोप लगाया था कि तत्कालीन खुफिया आयुक्त रश्मि शुक्ला ने तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सीताराम कुंते की अनुमति के बगैर कॉल टैप की थी.
उन्होंने दावा किया था कि कुछ खास लोगों के कॉल की निगरानी के लिए अनुमति मांगी गई थी, लेकिन असल में कुछ अन्य लोगों की कॉल टैप की गई.
फडणवीस ने शुक्ला की रिपोर्ट दबाने का किया था दावा
बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया था कि एमवीए सरकार ने रश्मि शुक्ला की रिपोर्ट दबा दी, जिसमें कहा गया था कि टैप कॉल के मुताबिक कुछ पुलिस अधिकारी और नेता राज्य के गृह विभाग में तबादला घोटाले में कथित तौर पर संलिप्त हैं.
राज्य के उप मुख्यमंत्री एवं राकांपा के वरिष्ठ नेता अजीत पवार ने कहा, 'कुछ गंभीर कार्रवाई को टालने के लिए ही फोन कॉल टैप की गई थी. यह गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अनुमति से की गई थी. महाराष्ट्र के मौजूदा मुख्य सचिव सीताराम कुंते उस वक्त एसीएस (गृह) थे. मुख्यमंत्री ने कुंते से फड़णवीस के आरोपों पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा है.'
इस बीच, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि महाराष्ट्र कैडर के कुछ आईएएस और आईपीएस अधिकारी गुप्त तरीके से बीजेपी नीत केंद्र सरकार की मदद कर रहे हैं और उन सभी को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा क्योंकि उन्हें गोपनीयता बरतने की शपथ का उल्लंघन किया है.