महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार शाम को बताया कि उनकी सरकार ने मुंबई में आरे मेट्रो कार शेड निर्माण के खिलाफ आंदोलन करने वाले पर्यावरणविदों पर दर्ज मुकदमा को वापस लेने का फैसला किया है. उन्होंने पत्रकारों के साथ बातचीत में बताया कि मैंने आरे मेट्रो कार शेड के खिलाफ आंदोलन करने वाले कई पर्यावरणविदों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लेने का आदेश दिया है. इससे पहले उद्धव सरकार ने आरे मेट्रो कार शेड के निर्माण पर रोक लगाने का ऐलान किया था.
वहीं, मेट्रो कार शेड के निर्माण पर रोक लगाने के ऐलान के बाद आरे के पेड़ों को बचाने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने रविवार दोपहर आरे पर इकट्ठा हुए और सीएम उद्धव ठाकरे को धन्यवाद कहा.
Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray: I have ordered to take back the cases filed against many environmentalist, during the agitation against Aarey metro car shed. pic.twitter.com/lPmcXuHFMq
— ANI (@ANI) December 1, 2019
बता दें कि अक्टूबर में मुंबई की आरे कॉलोनी में मेट्रो कार शेड के लिए काटे जा रहे पेड़ों को बचाने के लिए धरना-प्रदर्शन किया गया था. इस दौरान पर्यावरण कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किए थे. वहीं, शपथ ग्रहण के 24 घंटे के भीतर ही मुख्यमंत्री ठाकरे ने अपने पहले फैसले में आरे मेट्रो कार शेड परियोजना के काम को रोकने का आदेश दिया था.
मुख्यमंत्री ने कहा, मुंबई के आरे में मेट्रो शेड का काम रोक दिया गया है. हालांकि, मेट्रो लाइन काम जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि मैंने आरे मेट्रो कार शेड प्रॉजेक्ट का काम रोकने के आदेश दिए हैं. मेट्रो का काम बंद नहीं होगा, लेकिन आरे की एक पत्ती भी अब नहीं कटेगी. उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री का पद संभालना मेरे लिए भी चुनौतीपूर्ण होगा, मुझे आपके सहयोग की अपेक्षा है.