महाराष्ट्र के महाबलेश्वर के नजदीक हुए बस हादसे में 33 लोगों की मौत हो गई. मृतकों का यह आंकड़ा बढ़ सकता था, क्योंकि दापोली एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से बस में करीब 40 लोगों ने पिकनिक के लिए महाबलेश्वर जाने की योजना बनाई थी, लेकिन आखिरी पल में कुछ लोगों ने अपनी ट्रिप रद्द कर दी थी.
कुछ लोग अचानक तबीयत खराब होने की वजह से नहीं गए थे, तो कुछ लोगों ने बस में जगह नहीं होने की वजह से अपनी यात्रा को रद्द कर दिया था. उस समय इन लोगों को पिकनिक में नहीं जाने का अफसोस था और व्हाट्सऐप ग्रुप पर अपने दोस्तों की ट्रिप के अपडेट्स पर पल-पल नजर रख रहे थे. हालांकि अब ये लोग पिकनिक में नहीं जाने के अपने फैसले को सही मान रहे हैं.
बस के खाई में गिरने से पहले किसी तरह अपनी जान बचाकर बाहर आए प्रकाश सावंत ने बताया कि कीचड़ और पत्थरों की वजह से बस फिसल गई और खाई में जा गिरी. उन्होंने बताया कि जब वो किसी तरह चढ़कर ऊपर सड़क पर आए, तो वहां पर काफी संख्या में लोग जुटे हुए थे.
सावंत ने वहां मौजूद लोगों से मोबाइल लिया और पुलिस कंट्रोल रूम को इस हादसे की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि करीब 40 लोगों ने महाबलेश्वर जाने की प्लानिंग बनाई थी, लेकिन बस छोटी होने की वजह से आखिर क्षण में कुछ लोगों ने अपनी यात्रा रद्द कर दी. इसके चलते उनकी जान बच गई.
अचानक ग्रुप में पसर गया सन्नाटा, फिर दोस्तों की मौत की खबर
दापोली एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के प्रवीण रणदीवे अपने साथियों के साथ पिकनिक के लिए सतारा जिले स्थित पर्यटनस्थल महाबलेश्वर जाने वाले थे, लेकिन अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई और वो नहीं जा पाए. इसका उनको बड़ा अफसोस था और वो व्हाट्सऐप ग्रुप पर अपने साथियों के अपडेट्स पर बड़ी उत्सुकता के साथ नजर बनाए हुए थे.
तभी अचनाक व्हाट्सऐप ग्रुप में सन्नाटा पसर गया और कुछ देर बाद रणदीवे को पता चला कि जिस बस में उनके दोस्त जा रहे थे, वो गहरी खाई में जा गिरी और उनके सभी दोस्तों की मौत हो गई है. घटनास्थल प्रवीण से 180 किलोमीटर की दूरी पर थे.
व्हाट्सऐप ग्रुप पर साढ़े नौ बजे आया आखिरी मैसेज
रणदीवे ने बताया, 'हम सुबह साढ़े छह बजे निकलने वाले थे, लेकिन जब उन्होंने मुझे बुलाया तो मैंने कहा कि मेरी तबीयत ठीक नहीं है. लिहाजा मैं नहीं जा पा रहा हूं.' रणदीवे ने बताया कि व्हाट्सऐप ग्रुप में आखिरी मैसेज करीब 9:30 बजे आया था. शायद वे नाश्ता करने के लिए कहीं रुकने वाले थे. इसके बाद रणदीवे ने ग्रुप में मैसेज किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद करीब साढ़े 12 बजे हादसे की खबर आ गई.
25 शव किए जा चुके हैं बरामद
रणदीवे के मुताबिक इस हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोगों की उम्र 30 से 45 साल के बीच थी. कई लोगों की शादी भी नहीं हुई थी. रायगढ़ पुलिस नियंत्रण कक्ष के अधिकारी पीडी पाटील के मुताबिक बस पिकनिक के लिए महाबलेश्वर जा रही थी. अभी तक 25 शवों को बरामद कर लिया गया है. साथ ही शव निकालने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है.