महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो सकता है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चीफ शरद पवार से मुलाकात के बाद बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. हालांकि, खड़से ने कहा कि उद्धव से विधानसभा क्षेत्र में कुछ परियोजनाओं को लेकर बात हुई. इस मुलाकात से पहले एकनाथ खड़से ने पंकजा मुंडे से मुलाकात की थी. इस बीच मुंबई में देर रात बीजेपी कोर कमेठी की बैठक हुई. बैठक में डैमेज कंट्रोल करने और नागपुर अधिवेशन की रणनीति बनाने पर मंथन किया गया.
Sudhir Mungantiwar, BJP: We decided in today's meeting to hold discussions with Eknath Khadse ji, his concerns will be addressed. Khadse ji submitted some evidence (alleging BJP workers worked against the party in elections), whoever has worked against the party will be expelled. https://t.co/XQXuND4nQr pic.twitter.com/rsX1DlXZgE
— ANI (@ANI) December 10, 2019
बैठक के बाद भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार के बताया कि हमने आज की बैठक में एकनाथ खडसे के साथ विचार-विमर्श करने का निर्णय लिया, उनकी चिंताओं पर ध्यान दिया जाएगा. पार्टी के खिलाफ काम करने वाले कार्यकर्ताओं को लेकर खडसे जी ने कुछ सबूत सौंपे हैं. जिसने भी पार्टी के खिलाफ काम किया है उसे निष्कासित कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि बैठक में पंकजा मुंडे मीटिंग में उपस्थित नहीं थीं.
पंकजा मुंडे जता चुकी हैं नाराजगी
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में चचेरे भाई के हाथों परली विधानसभा सीट चुनाव हारने के पीछे भितरघात की आशंकाओं के बाद से पंकजा मुंडे भाजपा से नाराज बताई जाती हैं. उनके ट्विटर प्रोफाइल से 'बीजेपी' का टैग हटाए जाने और एक फेसबुक पोस्ट से इस बात के संकेत मिलते हैं.
महाराष्ट्र की पिछली देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री रह चुकीं पंकजा ने पिता गोपीनाथ मुंडे की जयंती 12 दिसंबर को समर्थकों की एक बैठक बुलाई है, जिसमें वह कोई बड़ा फैसला ले सकती हैं. समर्थकों का आरोप है कि ओबीसी वर्ग और पार्टी में नेतृत्व खत्म करने के लिए भाजपा के कुछ नेताओं ने ही पंकजा को चुनाव में हराया.
एनसीपी नेता और चचेरे भाई धनंजय मुंडे के हाथ मराठवाड़ा की परली विधानसभा सीट से चुनाव हारने के बाद से पंकजा भाजपा की गतिविधियों में पहले की तरह हाल-फिलहाल सक्रिय नहीं दिख रहीं. पंकजा ने फेसबुक पोस्ट लिखकर सियासी सरगर्मी बढ़ा दी थीं. मराठी में लिखे इस पोस्ट मे उन्होंने कहा था, "बदले राजनीतिक माहौल को देखते हुए यह सोचने की जरूरत है कि आगे क्या किया जाए? अपनी शक्ति पहचानने की जरूरत है. मुझे स्वयं से बात करने के लिए 8-10 दिनों की जरूरत है."
पंकजा मुंडे ने अपने समर्थकों से 12 दिसंबर को गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर बीड के गोपीनाथगढ़ में आयोजित बैठक में पहुंचने की अपील की है. माना जा रहा है कि पंकजा मुंडे इस बैठक के जरिए शक्ति प्रदर्शन करना चाहती हैं. अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर वह कोई घोषणा भी कर सकती हैं.
एकनाथ खडसे भी मुखर
वहीं एकनाथ खडसे भी बोल चुके कि पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं की वजह से पंकजा मुंडे को हार का सामना करना पड़ा और इसके संबंध में उन्होंने महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल को कुछ सबूत सौंपे है. इन्हीं सब मुद्दों के मद्देनजर पार्टी ने मंगलवार रात में मैराथन बैठक की.