महाराष्ट्र के ठाणे जिले में गुरुवार को पुलिस ने सात बांग्लादेशी नागरिकों (जिनमें छह महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं) को अवैध रूप से भारत में रहने के आरोप में गिरफ्तार किया. यह गिरफ्तारी कल्याण रेलवे स्टेशन के पास हुई, जहां पुलिस की गश्ती टीम ने संदिग्ध गतिविधियों को देखकर इन लोगों को रोका था.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक डीसीपी (ज़ोन III) अतुल ज़ेंडे के अनुसार, 9 सितंबर की शाम करीब 6 बजे गश्त कर रही टीम ने कल्याण स्टेशन के पास छह महिलाओं को घूमते हुए देखा. उनके पास बांग्लादेश के जन्म प्रमाण पत्र और पहचान पत्र थे, लेकिन कोई भी वैध भारतीय दस्तावेज़ नहीं थे. पूछताछ में महिलाएं संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाईं.
किसी के पास नहीं था वैद्य दस्तावेज
अगले दिन पुलिस ने एक और व्यक्ति को संदिग्ध व्यवहार करते हुए पकड़ा. वह भी बांग्लादेश का नागरिक निकला, जिसके पास वैध यात्रा या आव्रजन दस्तावेज़ नहीं थे. पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह अवैध रूप से सीमा पार करके भारत आया और ट्रेन पकड़कर मुंबई पहुंचा.
पुलिस ने सातों के खिलाफ भारतीय पासपोर्ट अधिनियम और अन्य संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है. अब यह जांच की जा रही है कि कहीं इनका किसी मानव तस्करी गिरोह से तो संबंध नहीं है.
यह घटना न केवल सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरी उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि अवैध घुसपैठ देश के बड़े शहरों तक पहुंच चुकी है. एक ओर पुलिस की सतर्कता ने संभावित अपराध को रोक लिया, वहीं दूसरी ओर यह मामला मानव तस्करी जैसी गंभीर समस्या पर भी प्रकाश डालता है. पुलिस का कहना है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक इनसे गहन पूछताछ जारी रहेगी.