मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ जबरन वसूली के मामले में जांच चल रही है. परमबीर सिंह फरार हैं और मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच को उनकी तलाश है. गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच परमबीर सिंह तक नहीं पहुंच पाई है. इसी बीच अब परमबीर सिंह को एक मजिस्ट्रेट द्वारा भगोड़ा घोषित कर दिया गया है.
हाल ही में क्राइम ब्रांच ने मुंबई के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की कोर्ट में याचिका दायर कर परमबीर सिंह को फरार अपराधी घोषित करने की मांग की थी. एक जानकारी के मुताबिक मालाबार हिल स्थित परमबीर सिंह के आवास पर सुरक्षा गार्ड सतीश बुरुटे और रसोइए रामबहादुर थापा क्राइम ब्रांच के अधिकारियों से मिले. उन्होंने क्राइम ब्रांच को ये जानकारी दी कि परमबीर सिंह और उनका परिवार पिछले तीन महीने से लापता है.
परमबीर सिंह के खिलाफ गैर-जमानती वॉरेंट जारी करने को लेकर मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कोर्ट का रुख किया था. सिंह के अलावा, कोर्ट ने विनय सिंह और रियाज भाटी के खिलाफ भी वॉरेंट जारी किया है. परमबीर सिंह समेत कई आरोपियों की क्राइम ब्रांच को लंबे समय से तलाश है.
परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सचिन वाझे के जरिए से 100 करोड़ रुपये की वसूली का टारगेट देने के अरोप लगाए थे. इसी सिलसिले में परमबीर ने चिट्टी लिख दी थी, जिसके बाद विवाद पैदा हो गया था. मुंबई क्राइम ब्रांच इसी वसूली मामले की जांच कर रही है. इसी मामले में छोटा शकील का करीबी रियाज भाटी भी आरोपी है और वह भी इस समय गायब है. पुलिस लगातार उसको ढूंढने की कोशिश में जुटी हुई है.