महाराष्ट्र में नासिक से महज 90 किलोमीटर की दूरी पर बसे उगाव-खेड़ तहसील के एक साधारण किसान ने शानो-शौकत की नई कहानी बयान की है. यहां के किसान धनराज महाले ने अपनी बेटी की विदायी हेलीकॉप्टर में करके सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है. इतना ही नहीं गांव में जब दूल्हे राजा की बारात निकली तो वह भी घोड़े या गाड़ी पर नहीं बल्कि हाथी पर निकली.
नासिक के लसलगाव तालुका के न्हानावे गांव के सागर ठाकरे की शादी उसके गांव से महज 15 किमी दूर रहने वाले किसान धनराज महाले की बेटी सुरेखा से हुई. लेकिन दुल्हन के पिता धनराज नहीं चाहते थे कि उसकी बेटी की शादी कोई आम शादी रहे, इसलिए उन्होंने रुपये उधार लेकर अपनी बेटी को हेलीकॉप्टर में विदा किया.
खर्चे के बारे में बात करने पर धनराज ने कहा, ‘देखिए पैसा तो संभलकर टिकता नहीं है, उस पर कीड़े लग जाते हैं.’ यही नहीं उन्होंने कहा, ‘आज जो भी खर्चा हो रहा है वह सब लोगों से उधार लेकर कर रहा हूं, आपको यकीन नहीं होगा.’ धनराज ने कहा यह सब हो सकता है अगर नीयत साफ हो तो.
शादी के लिए एक बड़ा पंडाल लगाया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. दूल्हे राजा और बाराती बेहद खुश नजर आए. दूल्हे राजा के पिता पहले सरपंच भी रह चुके हैं, उनकी इस शानो-शौकत के बारे में अपनी अलग ही राय है. दूल्हे के पिता को जब महाराष्ट्र में सूखे की याद दिलायी गई तो उन्होंने इस शादी का समर्थन किया.
उन्होंने कहा, ‘आज सूखा है तो आप मुझसे पूछ रहे हो, इससे पहले कभी सूखा नहीं था क्या.’ उन्होंने कहा, ‘हमने जीवनभर जो थोड़ी-थोड़ी पूंजी जमा की है वह लगाकर यह प्रोग्राम कर रहे हैं, दूसरी ओर नेता लोग जब बड़ी-बड़ी शादियों में पैसे खर्च करते हैं तक उनको कौन पूछता है.’ उन्होंने कहा, ‘आज मैं खुश हूं, मेरे संबंधी भी खुश हैं.’
एक ओर राज्य में सूखे की आहट से गरीब किसान सदमे में हैं तो दूसरी ओर महज 15 किलोमीटर की दूरी के लिए हेलीकॉप्टर पर लाखों खर्च और हाथी पर बारात निकालकर न जाने कौन सी मिसाल समाज के सामने रखी जा रही है.