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सिटी कोऑपरेटिव बैंक केसः शिवसेना के पूर्व सांसद से ED ने की ढाई घंटे पूछताछ

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सिटी कोऑपरेटिव बैंक में हुई अनियमितता के मामले में पूछताछ की और उसी के बारे में अडसुल को तलब किया गया था. अडसुल से करीब ढाई घंटे तक पूछताछ की गई जिसके बाद वह ईडी कार्यालय से निकल गए.

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शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल (फोटो-दिव्येश सिंह)
शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल (फोटो-दिव्येश सिंह)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बैंक ने कई उधारकर्ताओं को सिक्योरिटी के बिना ऋण बांटे
  • मामला सामने आने के बाद मुंबई पुलिस ने की जांच, धांधली का पता चला
  • BJP सांसद का आरोप- अडसुल की भी जांच करे ED

शिवसेना के पूर्व सांसद और सिटी कोऑपरेटिव बैंक (CCB) के चेयरमैन आनंदराव अडसुल मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष CCB मामले की जांच के सिलसिले में पेश हुए. अडसुल दोपहर पौने 3 बजे के आसपास ईडी ऑफिस पहुंचे.

सिटी कोऑपरेटिव बैंक को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 2018 में 35 ए बैंकिंग विनियम अधिनियम की धाराओं के तहत रखा गया था. कई उधारकर्ताओं को सिक्योरिटी के बिना धन और ऋण के दुरुपयोग के बारे में कई आरोप लगाए गए थे जो एनपीए में बदल गए और बैंक को भारी नुकसान उठाना पड़ा.

अडसुल की शिकायत के बाद मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने भी एक मामला दर्ज किया. ईओडब्ल्यू द्वारा की गई जांच में कई संस्थाओं और व्यक्तियों को ऋण देने में अनियमितता पाई गई.

वर्तमान में ईडी ने ऋण मामले में पूछताछ की और उसी के बारे में अडसुल को तलब किया गया था. अडसुल से करीब ढाई घंटे तक पूछताछ की गई जिसके बाद वह ईडी कार्यालय से निकल गए.

पिछले महीने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि अडसुल की जांच ईडी द्वारा पीएमसी बैंक घोटाले की तरह की जानी चाहिए, साथ ही उनके द्वारा चलाए जा रहे एक संगठन ने एचडीआईएल से धन हासिल किया है जो पीएमसी बैंक घोटाला मामले में मुख्य आरोपी है.

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