महाराष्ट्र में औरंगाबाद का नाम बदलने को लेकर सियासी बयानबाजी का दौर जारी है. सहयोगी कांग्रेस लगातार शिवसेना पर नाम ना बदलने का दबाव बना रही है. कांग्रेस के निशाना साधने के बाद बीजेपी ने भी उद्धव सरकार पर तंज कसा है. बीजेपी नेता आशीष शेलार ने शिवसेना को 'लाचार' सेना बताते हुए कहा कि सत्ता की लालसा ने उसे कमजोर कर दिया है.
बीजेपी नेता ने शिवसेना पर साधा निशाना
आशीष शेलार ने शिवसेना पर निशाना साधते हुए कहा कि, "शिवसेना के लिए एक सवाल है. आखिर आपके भाषण और स्वभाव में अचानक बदलाव क्यों आया? कभी तो आपके नेता सामना में लिखते हैं 'उखाड़ दिया', लेकिन जब औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने का सवाल आता है तो आप हाथ जोड़कर विनती करते हैं, इसलिए क्योंकि सहयोगी कांग्रेस इसका विरोध कर रही है. यह परिवर्तन सत्ता में बने रहने की आपकी लाचारी को दर्शाता है. आप अब एक 'कमजोर सेना' बन गए हैं और महाराष्ट्र के लोग इससे अवगत हैं."
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का बयान
इस बीच, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने शिवसेना पर निशाना साधते हुए एक पत्र जारी किया. जिसमें उन्होंने कहा कि शिवसेना आपने वोट बैंक को लेकर चिंतित है, इसलिए उसने नाम बदलने वाले मैच की शुरुआत की. थोराट ने इससे पहले भी औरंगाबाद मामले में शिवसेना पर निशाना साधा था.
गौरतलब है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का यह पत्र तब आया जब सामना में शिवसेना नेता संजय राउत ने लिखा कि औरंगजेब एक धर्मनिरपेक्ष राजा नहीं था. राउत ने यह भी लिखा कि महाराष्ट्र में सभी नेताओं को औरंगजेब के इतिहास का अध्ययन करने की जरूरत है. राउत ने इशारों में कांग्रेस को कहा कि अगर ऐसा क्रूर नेता किसी भी व्यक्ति को प्रिय है, तो उनके व्यवहार को धर्मनिरपेक्ष नहीं कहा जा सकता.
आपको बता दें महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार है, जिसमें शिवसेना के साथ कांग्रेस और एनसीपी शामिल है. कांग्रेस चाहती है कि शिवसेना तीनों दलों के बीच कॉमन मिनिमम प्रोग्राम का पालन करे. औरंगाबाद का नाम बदलना उसका पर्सनल एजेंडा है. इसी को लेकर गठबंधन में तो बयानबाजी जारी ही है, विपक्षी बीजेपी भी सवाल खड़ा कर रही है.