महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने आज मंगलवार को नई दिल्ली में गृह सचिव से मुलाकात की और पूरे प्रकरण पर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि गृह सचिव से मामले पर सीबीआई से जांच कराने की मांग की गई है.
विवादों के बीच राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख वर्षा बंगले पर पहुंचे. देशमुख का काफिला एक बंगले से होते हुए पड़ोस में स्थित वर्षा बंगले तक पहुंचे जहां मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रहते हैं.
इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने आज गृह मंत्रालय में गृह सचिव अजय भल्ला से मुलाकात के बाद कहा कि मेरे पास जो जानकारी थी वो गृह सचिव को सौंप दी है. इस पूरे मामले को क्यों दबाया गया. सरकार की ओर से कार्रवाई क्यों नहीं की गई. इस मसले पर गृह सचिव ने कार्रवाई करने का भरोसा दिया है. उन्होंने कहा कि गृह सचिव से मैंने सीबीआई जांच की मांग भी की है.
अब तक क्यों दबाया गया मामलाः फडणवीस
उन्होंने कहा, 'मैं इतना ही मानता हूं कि ये जो सारा मसला है, इस मसले में इस रिपोर्ट को 25 अगस्त 2020 से लेकर अभी तक क्यों दबाकर रखा गया. उस पर क्यों कार्रवाई नहीं हुई. इतने गंभीर बातचीत थी, ऐसे गंभीर मसलों से जुड़े लोगों पर सरकार ने कार्रवाई क्यों नहीं की.'
हमने सारे सबूत गृह सचिव को सौंप दिए हैं: @Dev_Fadnavis | #Maharashtra | #Mumbai pic.twitter.com/VtGAAQRGX4
— AajTak (@aajtak) March 23, 2021
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि तत्कालीन डीजीपी की सिफारिश क्यों नहीं मानी गई. उन्होंने सीआईडी से जांच की मांग की थी तो इस मांग को क्यों रोका गया. सवाल यह उठता है कि सरकार आखिर किसको बचाना चाहती थी. उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री ने भी फाइल देखी है.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल
इस बीच, मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट कल बुधवार को सुनवाई करेगा. अपनी याचिका में परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की है. साथ भी राज्य सरकार के उस आदेश को भी रद्द करने की मांग की जिसके तहत उनका ट्रांसफर मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हुआ था.
देश की सबसे बड़ी अदालत में जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस आर सुभाष रेड्डी की बेंच सुनवाई करेगी.
यह नैतिकता का सवालः अमित शाह
दूसरी ओर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इन दिनों बंगाल समेत 5 विधानसभा चुनावों में व्यस्त है. महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर की ओर से महीना वसूली करवाने के आरोप लगाने और केंद्र के हस्तक्षेप से जुड़े सवाल पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आजतक से खास बातचीत में कहा, 'सिर्फ पुलिस कमिश्नरों का सवाल नहीं है. कुछ और ऑब्जर्वर्स ने भी चिट्ठी लिखी है. मैं अभी चुनावी अभियान में हूं. देवेंद्र (फडणवीस) जो रिपोर्ट भेजेंगे, उसे आराम से देखेंगे. लेकिन यह नैतिकता का सवाल है. और मेरा मानना है कि महाराष्ट्र सरकार को नैतिकता बतानी चाहिए.'
राज्य के गृह मंत्री (अनिल देशमुख) को हटाए जाने के सवाल पर अमित शाह ने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) को सलाह नहीं देना चाहता. लेकिन ये नैतिकता का सवाल है, उनको सोचना चाहिए.'
कांग्रेस में भी चिंतन
दूसरी ओर, महाराष्ट्र सरकार में तीसरी सहयोगी दल कांग्रेस में भी पूरे प्रकरण पर चिंतन चल रहा है. महाराष्ट्र के दिग्गज कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण, असलम शेख बालासाहब थोराट के घर पहुंचे.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज महाराष्ट्र प्रकरण पर ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि जब किसी पुलिस कमिश्नर ने लिखा कि राज्य के गृह मंत्री ने मुंबई से 100 करोड़ रुपये महीना वसूली का टार्गेट तय किया है. जब एक मंत्री का टार्गेट 100 करोड़ रुपये है तो बाकी के मंत्रियों का कितना होगा?
प्रसाद ने यह भी कहा कि खेला की चर्चा बंगाल में चल रही है, लेकिन खेला महाराष्ट्र में चल रहा है. महाराष्ट्र में विकास नहीं वसूली का काम चल रहा है. वहां की सरकार महावसूली अघाड़ी है वहां पर वसूली के, वसूली के लिए और वसूली के द्वारा की सरकार है. अगर एक मंत्री का वसूली 100 करोड़ है तो सारे मंत्रियों की वसूली कितनी है. वहां ट्रांसफर और पोस्टिंग चल रही थी.