महाराष्ट्र में मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है. प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच बर्ड फ्लू के मामले भी काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. लेटेस्ट जानकारी के मुताबिक इस वजह से काफी संख्या में पोल्ट्री पक्षियों की मौतें हुई हैं. प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए डेटा के मुताबिक 10 मार्च तक कुल 6931 पोल्ट्री पक्षियों की मौत हुई हैं. इनमें से जलना में 12, अमरावती में 6900 और नंदुरबार जिले में 19 पक्षियों की मौतें हुई हैं. हालांकि बगुलों, गौरैयों, तोते और कौओं में इस बीमारी का प्रभाव देखने को नहीं मिला है.
हलांकि सभी जरूरी सैंपल्स को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज, भोपाल और डिजीजी इंवेस्टीगेशन सेक्शन, पुणे में हमेशा की तरह भेजा गया है. इस दौरान जहां के सैंपल पॉजिटिव आ रहे हैं, उस इलाके को इंफेक्टेड जोन घोषित किए जाने की प्रक्रिया जारी है. इसके साथ ही उन इलाकों में सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं. एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी पोल्ट्री बर्ड्स, अंडे, पक्षियों के चारे को वैज्ञानिक तरीके से नष्ट किया जा रहा है. जिससे कि इसके प्रसार पर रोक लग सके.
प्रदेश सरकार ने जानकारी दी है कि इंफेक्टेड जोन से अब तक 10,65,890 पोल्ट्री बर्ड्स (नंदुरबार जिले के नवापुर इलाके में 8,98,273 पक्षियों), 60,75,791 अंडे और 83,694 किलोग्राम पोल्ट्री चारा नष्ट किया गया है. हालांकि इन सभी पोल्ट्री किसानों के लिए महाराष्ट्र सरकार ने 338.13 लाख रुपये बतौर मुआवजा राशि भी दिए हैं. प्रदेश सरकार ने सभी पोल्ट्री किसानों से जैव सुरक्षा के लिए बताए गए उपाय का पालन करने को कहा है.
प्रदेश सरकार की तरफ से जारी किए गए आदेश में सभी चिकेन शॉप के मालिकों को दस्ताने, मास्क, और साफ-सफाई का सख्ती से पालन करने को कहा गया है. हालांकि सरकार की तरफ से लोगों को अफवाहों से बचने को भी कहा है.
कोरोना वायरस महामारी के बीच गुरुवार को हेल्थ मिनिस्ट्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि देश में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. महाराष्ट्र, केरल और पंजाब आदि राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. महाराष्ट्र में अब एक लाख से अधिक एक्टिव केस हो चुके हैं. मध्य प्रदेश, गुजरात और हरियाणा टिपिंग पॉइंट पर हैं.
हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, एक्टिव केसों के मामलों में टॉप 10 जिलों में से पुणे, नागपुर, ठाणे, मुंबई, बेंगलुरु, एर्नाकुलम, अमरावती, जलगांव, नासिक और औरंगाबाद शामिल हैं. वहीं केरल में एक्टिव केसों की संख्या में कमी आई है. यूपी और पश्चिम बंगाल में भी कोरोना के केस कम मिल रहे हैं.
सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र और पंजाब में हैं. इसके अलावा देश में रोजाना कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या में भी कमी आई है. जहां 22 जनवरी तक रोजाना 160 लोगों की मौत हो रही थी, वहीं अब 11 मार्च तक 108 लोगों की जान जा रही है. हालांकि, अभी भी कोरोना से जान गंवाने वालों की ये संख्या चिंताजनक है.