बिहार पुलिस ने पुणे के एक व्यवसायी के अपहरण और हत्या के सिलसिले में एक महिला समेत कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. लक्ष्मण साधु शिंदे का शव मंगलवार को बिहार के जहानाबाद जिले में मिला था. वह 11 अप्रैल को पटना एयरपोर्ट पर उतरे थे जिसके बाद से वे लापता थे. अधिकारी ने बताया कि अपहरण और हत्या को अंजाम देने वाले गिरोह के सरगना को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ के लिए चार अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है.
गिरफ्तार लोगों की पहचान रंजीत पटेल उर्फ मुन्ना, विपतरा कुमार, लालबिहारी, विकास उर्फ मोहित, कुंदन कुमार, संगीता कुमारी और सचिन रंजन के रूप में हुई है. हालांकि, पुलिस ने हिरासत में लिए गए लोगों और सरगना की पहचान नहीं की है. पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अवकाश कुमार ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, 'पुलिस को पुणे के व्यवसायी के परिवार के सदस्यों से शिकायत मिली थी कि पटना हवाई अड्डे पर उतरने के बाद उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है.'
उन्होंने कहा, 'प्रारंभिक जांच और सीसीटीवी फुटेज की जांच के आधार पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया और आरोपियों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया. पुलिस ने व्यवसायी के अपहरण में इस्तेमाल वाहन को वैशाली से बरामद किया और वाहन के मालिक को भी हिरासत में ले लिया.'
हिरासत में पूछताछ के दौरान वाहन मालिक विपात्रा कुमार ने अन्य लोगों की पहचान बताई. बाद में पुलिस ने नवादा, गया, नालंदा और वैशाली जिलों से मामले में शामिल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया, एसएसपी ने कहा कि सात को गिरफ्तार किया गया है और चार से पुलिस पूछताछ कर रही है. उन्होंने कहा कि जांच में पता चला कि वे अंतरराज्यीय अपराधियों के एक गिरोह से जुड़े थे, जो लोगों से पैसे वसूलते थे और अपहृत व्यक्तियों की रिहाई के लिए फिरौती भी मांगते थे.
एसएसपी ने कहा कि वे झारखंड, गुजरात, कर्नाटक और अन्य जगहों पर अपहरण और हत्या के कई मामलों में भी शामिल थे. आरोपियों ने पुणे स्थित व्यवसायी के परिवार के सदस्यों से फिरौती की मांग की थी और लगभग 90,000 रुपये प्राप्त किए थे. हालांकि, पूरी रकम का भुगतान नहीं किए जाने पर उन्होंने उसकी हत्या कर दी और उसके शव को जहानाबाद जिले के घोसी इलाके में फेंक दिया था. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों में से कुछ साइबर अपराधी भी थे.
पुणे पुलिस के सूत्रों के अनुसार, शिंदे को ईमेल के माध्यम से एक बिजनेस इंक्वायरी के माध्यम से पटना बुलाया गया था, जिसमें उन्हें झारखंड में संचालन के लिए खनन उपकरणों से संबंधित करोड़ों रुपये के संभावित उच्च-मूल्य के ऑर्डर की पेशकश की गई थी. पुणे के खेड़शिवपुर में स्थित सेंट्रीफ्यूगल कास्टिंग बियरिंग के मालिक शिंदे 11 अप्रैल को एक फ्लाइट से पटना पहुंचे. हालांकि, रात करीब 8:30 बजे अपनी बेटी को एक मैसेज भेजने के बाद, आगे उनसे कोई कॉन्टैक्ट नहीं हो सका.
पुणे के पुलिस उपायुक्त (जोन III) संभाजी कदम ने कहा कि जब परिवार शिंदे से संपर्क नहीं कर सका, तो उन्होंने 12 अप्रैल को शहर के कोथरुड पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. कदम ने कहा, 'इसके बाद पुणे पुलिस की एक टीम को जांच के लिए पटना भेजा गया. स्थानीय पुलिस की सहायता से, यह निर्धारित किया गया कि शिंदे को पटना हवाई अड्डे के बाहर से अगवा किया गया था.'