महाराष्ट्र के पालघर जिले के विरार में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने शुक्रवार को आबकारी विभाग की महिला सब-इंस्पेक्टर और एक निजी व्यक्ति को ₹10 हजार की रिश्वत लेने के आरोप में रंगेहाथ पकड़ लिया. एसीबी ने यह कार्रवाई एक बीयर शॉप मालिक की शिकायत पर की. पुलिस का कहना है कि मामले में कार्रवाई की जा रही है.
ठाणे एसीबी यूनिट की डिप्टी एसपी प्रगति अडसूरे ने बताया कि आरोपी महिला अफसर का नाम श्वेता लक्ष्मण नाइक (54) है, जो महाराष्ट्र आबकारी विभाग में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं. उनके साथ तनिश अजीत पाटिल (23) नामक एक निजी व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है. शिकायतकर्ता बीयर शॉप का मालिक है, जिसने बताया कि श्वेता नाइक ने दुकान चलाने की अनुमति के एवज में हर महीने ₹10 हजार की रिश्वत मांगी थी.
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इसके अलावा 'नौकरनामा' (लाइसेंस प्राप्त परिसर का प्रबंधन करने वाले व्यक्ति का प्राधिकरण पत्र) पर दस्तखत के लिए भी उन्होंने ₹1,000 अलग से मांगा. शिकायतकर्ता ने जब ठाणे एसीबी से संपर्क किया, तो एक ट्रैप योजना बनाई गई. इसके तहत पाटिल ने शिकायतकर्ता से ₹10,000 लिए, जो नाइक के लिए रिश्वत के रूप में स्वीकार किए गए.
ट्रैप के दौरान एसीबी टीम ने पाटिल को रंगेहाथ पकड़ लिया. इसके बाद दोनों को हिरासत में ले लिया गया. डिप्टी एसपी प्रगति अडसूरे के मुताबिक, विरार पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है.