महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दशहरा कार्यक्रम में कई मुद्दों पर विस्तार से बात की है. ऐसा ही एक मुद्दा रहा ड्रग्स का जिस पर उन्होंने तल्ख टिप्पणी की है. उनकी नजरों में ड्रग्स केस के बहाने महाराष्ट्र की छवि को धूमिल करने का प्रयास हो रहा है. वे मानते हैं कि आर्यन खान केस में भी सिर्फ पब्लिसिटी की जा रही है.
आर्यन खान केस पर उद्धव
उद्धव ने कहा कि किसी एक सेलिब्रिटी को पकड़ते हैं, फोटो खीचते हैं और ढोल बजाते हैं. हमारी पुलिस काम करती है. लेकिन खबरें सिर्फ यही कि बेल हुआ कि नहीं. उद्धव ने यहां तक कह दिया कि एनसीबी सिर्फ चिमटी भर गांजा के पीछे पड़ी है और मुंबई पुलिस करोड़ों के ड्रग्स बरामद कर रही है.
वे कहते हैं कि मैं फिरसे बता रहा हूं, जो हमारी संस्कृति है, आंगन मे तुलसी लगाने की, अब ऐसा दिखाया जा रहा है जैसे तुलसी की जगह गांजा लगाया जा रहा है, क्यों ऐसा जानबूझकार कर रहे हो. ऐसा नहीं है कि सिर्फ महाराष्ट्र में ये मिला है. ये देखिये क्या खबर है, मुंद्रा बंदरगह पर करोड़ों का ड्रुग्स मिला, कहा है मुंद्रा?? गुजरात... सही है? ऐसा नहीं है कि हमारी पुलिस कुछ नहीं कर रही, आप यहां चिमटी भर गांजा सूंघ रहे हैं, हमारी पुलिस ने 150 करोड़ रुपये के ड्रग्स बरामद किए. आप चिमटी भर गांजा सूंघते रहे.
बीजेपी की आशिक से तुलना
वहीं अपने संबोधन के दौरान उद्धव ने बीजेपी पर राज्य को बदनाम करने का आरोप लगा दिया. उन्होंने तल्ख अंदाज में कहा कि जैसे एक आशिक रिजेक्ट होने पर एसिड फेंक देता है, वैसा ही कुछ बीजेपी भी कर रही है. वो हमारी सरकार, महाराष्ट्र को इसलिए बदनाम कर रही है क्योंकि उसे रिजेक्ट कर दिया गया है.
सीएम ने ड्रग्स की समस्या को देश में बढ़ती बेरोजगारी से भी जोड़ दिया. उद्धव की नजरों में जब नौजवानों को नौकरी ही नहीं दी जा रही, तो उन्हें कैसे जिम्मेदार माना जा सकता है. अगर समय रहते उन्हें नौकरी नहीं दी गई तो वे बम की तरह फट जाएंगे.