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पहले विधायकों ने पीटा, अब नौकरी से सस्पेंड!

महाराष्ट्र विधानसभा ने विधानसभा परिसर में पुलिसकर्मी से मारपीट मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है. महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर आर पटिल ने वर्ली पुलिस थाने के सहायक निरीक्षक (यातायात) सचिन सूर्यवंशी को सस्पेंड कर दिया है.

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महाराष्ट्र विधानसभा ने विधानसभा परिसर में पुलिसकर्मी से मारपीट मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है. महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर आर पाटिल ने वर्ली पुलिस थाने के सहायक निरीक्षक (यातायात) सचिन सूर्यवंशी को सस्पेंड कर दिया है. सचिन सूर्यवंशी को मामले की जांच तक के लिए निलंबित कर दिया गया है.

गौरतलब है कि सचिन सूर्यवंशी के साथ पिछले मंगलवार को पांच विधायकों ने विधानसभा भवन के प्रथम तल पर मारपीट की थी .

खबर यह भी है कि पिछले हफ्ते डीएसपी द्वारा किए गए शुरुआती जांच में सचिन सूर्यवंशी को दोषी पाया गया है. वहीं आर आर पाटिल ने सूर्यवंशी के निलंबन को सही ठहराते हुए कहा कि वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि निलंबित पुलिसकर्मी ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था.

इससे पहले, पुलिसकर्मी के साथ मारपीट करने वाले पांच विधायकों को विधानसभा से वर्षांत तक के लिए निलम्बित कर दिया गया. निलंबित किए गए विधायकों में निर्दलीय विधायक क्षितिज ठाकुर एवं प्रदीप जायसवाल, शिवसेना के राजन साल्वी, एमएनएस के राम कदम तथा भाजपा के जयकुमार रावल शामिल हैं.

इसके बाद क्षितिज ठाकुर और राम कदम ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था. मारपीट मामले में सोमवार को ही दोनों विधायकों को जमानत मिली है.

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गौरतलब है कि सूर्यवंशी ने कथित तौर पर सोमवार को बांद्रा-वर्ली सी-लिंक मार्ग पर तेज गति से वाहन चलाने के लिए निर्दलीय विधायक क्षितिज ठाकुर का वाहन रोककर जुर्माना लगाया था.

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