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वर्ली सीट: भतीजे आदित्य के लिए मैदान खाली छोड़ सकते हैं चाचा राज ठाकरे

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) भी इस सीट को छोड़ सकती है और यहां से एनसीपी की गठबंधन सहयोगी पीपुल्स रिपब्लिकन एंड सोशलिस्ट पार्टी (PRSP) के नेता डॉ. सुरेश माने को टिकट दिया जा सकता है.

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मनसे नेता राज ठाकरे
मनसे नेता राज ठाकरे

  • वर्ली सीट से पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं आदित्य ठाकरे
  • PRSP के नेता डॉ सुरेश माने को मिल सकता है टिकट
यह तय हो गया है कि शिवसेना के राजकुमार आदित्य ठाकरे वर्ली विधानसभा क्षेत्र से नामांकन भरने जा रहे हैं. ऐसे में उनके चाचा राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) उनके खिलाफ प्रत्याशी न उतार कर उन्हें राहत दे सकती है.

मनसे सूत्रों के अनुसार, आदित्य ठाकरे के चाचा राज ठाकरे कोई नकारात्मक संदेश नहीं देना चाहते. आदित्य ठाकरे वर्ली सीट से पहली बार सियासी अखाड़े में उतर रहे हैं. यहां ​तक कि ठाकरे परिवार से आदित्य ठाकरे पहले शख्स होंगे जो किसी तरह के चुनाव में ताकत आजमाएंगे.

मनसे का वर्ली में है जनाधार

वर्ली विधानसभा सीट पर मनसे का अच्छा जनाधार है. 2009 के विधानसभा चुनाव में मनसे को 32000 वोट मिले थे. हालांकि 2014 में यह गिरकर 8000 से कुछ ज्यादा रह गया. मनसे के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने इंडिया टुडे को बताया, 'फिलहाल पार्टी के दो नेता ​नितिन नंदगांवकर और संजय धुरी यहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं लेकिन कोई नकारात्मक संदेश न फैले, इसलिए राज ठाकरे ने उन्हें लाल झंडी दिखा दी है.' हालांकि, फिलहाल इसके आधिकारिक ऐलान का इंतजार किया जा रहा है.

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किसे मिलेगा टिकट?

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) भी इस सीट को छोड़ सकती है और यहां से एनसीपी की गठबंधन सहयोगी पीपुल्स रिपब्लिकन एंड सोशलिस्ट पार्टी (PRSP) के नेता डॉ. सुरेश माने को टिकट दिया जा सकता है. डॉ. माने सामान्य कद के नेता हैं. 2009 में यह सीट एनसीपी के सचिन अहीर ने जीती थी लेकिन 2014 में वे शिवसेना के सुनील शिंदे से हार गए थे. हालांकि, सचिन अहीर ने भी हाल ही में शिवसेना ज्वाइन कर ली है.

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