शिवसेना UBT विधायक और सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे ने मांग की कि मुंबई के ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर टोल खत्म किया जाना चाहिए. उन्होंने बीएमसी कमिश्नर आईएस चहल को पत्र लिखकर इसकी मांग की. उन्होंने कहा कि इस टोल वसूली को रोकने के लिए सेना आंदोलन करने जा रही है, क्योंकि आंदोलन के कारण टोल कर्मियों को परेशानी होती है.
पिछले नवंबर में WEH और EEH को रखरखाव के लिए बीएमसी को सौंप दिया गया है. आदित्य ने कहा कि अगर बीएमसी इन सड़कों का रखरखाव कर रही है तो महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम लिमिटेड (एमएसआरडीसी) होर्डिंग्स के लिए टोल और राजस्व क्यों एकत्र कर रही है.
आदित्य ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए एमएसआरडीसी से सारी वसूली कर रही है.
उन्होंने कहा, 'मुंबईकर सबसे ज्यादा टैक्स दे रहे हैं. अगर नगर निगम सब कुछ कर रहा है तो, टोल बूथ रद्द कर दिए जाने चाहिए. एमएसआरडीसी के पास मुंबई की सड़कों पर कोई काम नहीं है. फिर जमाखोरी का पैसा और टोल का पैसा नगर निगम के पास आना चाहिए. यह सारा पैसा राज्य सरकार और एमएसआरडीसी के पास जा रहा है. राज्य सरकार को नागरिकों के हित के लिए एकमुश्त समझौता करना चाहिए. यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो यह स्पष्ट है कि वे ठेकेदारों के लिए काम कर रहे हैं.'
आदित्य ने इस मुद्दे को चुनावी वादे में बदल दिया और कहा कि जिस दिन हम चुने जाएंगे ईईएच और डब्ल्यूईएच पर टोल बंद कर देंगे. जब उनसे पूछा गया कि क्या यह वादा बीएमसी चुनाव के लिए है तो उन्होंने कहा कि एक बार राज्य और केंद्र में उनकी सरकार आ जाएगी फिर ऐसा होगा.
उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा के कारण ट्रैफिक जाम होता है और मुंबईकरों का समय बर्बाद होता है. यदि सड़कों का रखरखाव बीएमसी द्वारा नागरिकों द्वारा दिए गए कर से किया जा रहा है, तो उन्हें टोल के रूप में दोगुना कर क्यों देना चाहिए? जिन टोलों पर टोल लगता है, उनके लिए एकमुश्त निपटान किया जाना चाहिए.