रांची शहर में छठ महापर्व मनाने की तैयारी जोर-शोर से जारी है. लोग पूरी तनमयता के साथ भगवान सूर्य को अर्ध्य देने की तैयारियों में जुटें हैं, वहीँ इस पर्व पर आतंक की काली छाया भी मंडरा रही है. पटना सीरियल ब्लास्ट की जांच में जुटी NIA की छापेमारी और गिरफ्तारियां भी लगातार जारी हैं.
सुरक्षा एजेंसियों ने आशंका जताई है कि छठ घाटों पर उमड़ने वाली भीड़ को आतंकी अपना निशाना बना सकते हैं. छठ पर्व के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने अलग से अलर्ट जारी किया है.
स्वच्छता, शुद्धता और कठोर अनुशासन के महान पर्व छठ के लिए पूरे उत्तर भारत के साथ रांची शहर भी सजने लगा है. भगवान सूर्यदेव की आराधना के लिए छठव्रती अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं.
छठपर्व के मद्देनजर बाजार में भी खासी चहल-पहल है. पर्व के दौरान बजने वाले धार्मिक गीतों से सभी ओर एक अद्भुत समां सा बंध गया है. जिसे देखो वह घाटों पर अपने पूजास्थल को चिन्हित कर उसकी सफाई में लगा है. लेकिन इन सबके बीच रांची में मिल रहे बम और विस्फोटक सामग्री से सुरक्षा एजेंसिओ के पसीने छूट रहे हैं. वे इस बात की कोशिश में लगी हैं कि कैसे छठघाटों पर शुक्रवार और शनिवार को उमड़नेवाले जनसैलाब की सुरक्षा का पुख्ता बंदोबस्त किया जाए.
गौरतलब है कि रांची के एक लॉज से बीते दिनों सुरक्षा एजेंसियों ने भारी मात्रा में जिन्दा टाइमर बम बरामद किये थे, जिसके बाद यह आशंका जताई जा रही है कि कहीं ये बम छठपर्व के दौरान इस्तेमाल करने के लिए तो नहीं रखे गए थे.
गौरतलब है की पटना ब्लास्ट के सिलसिले में गिरफ्तार रांची के आतंकी इफ्तिखार की तहकीकात से सुरक्षा एजेंसियों को काफी महवपूर्ण जानकारियां मिली हैं. ऐसे में छठपर्व के दौरान लोगों की सुरक्षा को लेकर झारखण्ड पुलिस सहित सभी एजेंसियां पुरजोर कोशिशों में लगी हैं. दूसरी ओर सुरक्षा एजेंसियों ने 60 से अधिक संदिग्धों के मोबाइल फोन्स को सर्विलांस पर रखा है. एनआईए की टीम फिलहाल रांची में डेरा डाले हुए है और झारखण्ड के फरार आतंकी डोरंडा निवासी हैदर और मांझी के रहनेवाले मुजम्मिल अंसारी के दूसरे ठिकानो की तलाश में लगी है.