‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ (MoC) की प्रमुख सिस्टर प्रेमा ने रांची में संस्था से जुड़े होम ‘निर्मल हृदय’ से बच्चे बेचे जाने की घटना पर पहली बार कोई बयान दिया है. सिस्टर प्रेमा ने मंगलवार को घटना की निंदा करते हुए इसे ‘व्यक्ति विशेष से जुड़ी कार्रवाई’ बताया.
सिस्टर प्रेमा MoC की सुपीरियर जनरल हैं और दुनिया भर में 5000 से ज्यादा ननों के समूह की अगुआई करती हैं. 3 पन्ने के बयान में सिस्टर प्रेमा ने कहा, ‘हम मिशनरीज ऑफ चैरिटी के होम- निर्मल हृदय से जुड़े हालिया घटनाक्रम को लेकर बहुत दुखी हैं. जो भी हुआ उस पर अपना खेद और दुख जताना चाहते हैं. साथ ही हम साफ शब्दों में व्यक्ति विशेष की कार्रवाईयों की निंदा करते हैं जिसका मिशनरीज ऑफ चैरिटी के समूह से किसी तरह का जुड़ाव नहीं है.’
MoC ने बयान में आरोप लगाया, ‘मिथ्याप्रचार किया जा रहा है और सूचना को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. मदर टेरेसा की सिस्टर्स को लेकर झूठी खबरों और निराधार संकेतों का सहारा लिया जा रहा है.’
MoC ने निर्मल हृदय की स्टाफ अनीमा इंदवार को उसकी ‘व्यक्तिगत कार्रवाइयों’ के लिए दोषी ठहराने के साथ रांची की चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) को भी कठघरे में खड़ा किया. MoC ने कहा कि CWC की ओर से जब निर्मल हृदय में आई अविवाहित मांओं के नवजातों को गोद देने के लिए लिया जाता था तो लिखित में ‘प्राप्ति’ की कोई सूचना नहीं दी जाती थी.
बयान में दावा किया गया है कि रांची में निर्मल हृदय में जो हुआ उसमें कोई सिस्टर शामिल नहीं थी. बयान में कहा गया है, ‘अनीमा इंदवार ने निर्मल हृदय में जनवरी 2012 में काम करना शुरू किया. शुरू में वो वॉर्ड हेल्पर रहीं फिर अविवाहित मांओं की देखभाल के लिए स्टाफ के तौर पर काम करने लगी. अनीमा ने काम को अच्छी तरह सीखा और सिस्टर कोन्सीलिया एमसी का हाथ बंटाने लगी. जब भी सिस्टर कोन्सीलिया दूसरी जिम्मेदारियों में व्यस्त होतीं तो अनीमा अपनी ओर से अविवाहित मांओं, नवजातों और अभिभावकों को सदर अस्पताल, RIMS और CWC के दफ्तर ले जाती जो कि जरूरी प्रक्रिया थी.’
हालांकि सिस्टर प्रेमा ने सिस्टर कोन्सीलिया के पुलिस के सामने वीडियो पर कथित ‘इकबालिया बयान’ को लेकर कोई सफाई नहीं दी. बताया जाता है कि इस वीडियो में अनीमा और सिस्टर कोन्सीलिया दोनों ने पैसों के बदले झारखंड में निसंतान दंपतियों को चार बच्चे बेचने के आरोप को कबूल किया.
‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ के काम का क्षेत्र कितना बड़ा है, इसकी जानकारी देते हुए सिस्टर प्रेमा ने कहा, MoC में आज 5,167 सिस्टर्स, 760 होम्स हैं जो 139 देशों में फैले हैं. इनमें से 244 होम्स अकेले भारत में हैं.
बयान में कहा गया है, ‘MoC का समूह गरीबों में भी सबसे गरीब लोगों की दिल से और मुफ्त सेवा आगे भी जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है. अभूतपूर्व और निराधार आलोचना जिसका सामना आज करना पड़ रहा है, उसके बीच भी समूह जरूरतमंदों और वंचितों की सेवा करता रहेगा.’