देश में चार वर्ष पहले हुए नोटबंदी को लेकर झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने विश्वासघात दिवस मनाया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर काला बिल्ला लगाकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इसके साथ ही कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए इसे आजादी के बाद से देश का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया.
इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा, 'नोटबंदी आजादी के बाद से देश का सबसे बड़ा घोटाला है. इस नोटबंदी के कारण कई लोग मारे गए थे. अर्थव्यवस्था को करोड़ों का नुकसान हुआ था. प्रधानमंत्री ने कहा था कि नोटबंदी से काला धन वापस आएगा, काला धन वापस तो आया नहीं बल्कि इस नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था तहस-नहस गई. अगर नोटबंदी इतनी ही सफल थी तो प्रधानमंत्री देशवासियों को बधाई देने के लिए सामने क्यों नहीं आए? न ही इसका कोई विज्ञापन निकाला गया.'
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस विफलता का जवाबदेही होना चाहिए. कांग्रेस पार्टी इस नोटबंदी को पूरी तरीके से विफल मानती है. प्रधानमंत्री ने जल्दबाजी में देश में लॉकडाउन भी लागू कर कर दिया. जिसका खामियाजा देश भुगत रहा है. लोग बेरोजगार हो गए हैं. नोटबंदी और तालाबंदी जल्दबाजी में लिया गया फैसला था.
वहीं बिहार विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजों पर उन्होंने कहा कि महागठबंधन में जितनी भी पार्टियां थी, उनका एक मत रहा, जिसका लोगों का समर्थन मिला. इस वजह से झारखंड में भी हमने जीत हासिल की और हमें उम्मीद है कि बिहार में भी इसका असर देखने को मिलेगा.