झारखंड में महागठबंधन की शानदार जीत हुई है. अब 29 दिसंबर को नई सरकार का रांची में शपथ ग्रहण समारोह भव्य तरीके से मनाने की तैयारी है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन की कांग्रेस और राजद के गठबंधन वाली सरकार के कप्तान के रूप में ताजपोशी के लिए सियासी जगत के बड़े-बड़े सूरमाओं के नाम विशेष अतिथि की गेस्ट लिस्ट में शामिल हैं.
इन नेताओं को निमंत्रण
महागठबंधन के बंपर परफॉर्मेंस से गदगद झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह को यादगार बनाने के लिए विपक्ष के अहम चेहरों को निमंत्रण दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, राजद से लालू प्रसाद यादव, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को भी निमंत्रण भेजा गया है.
कॉमन मिनिमम प्रोग्राम का खाका
सरकार को चलाने के लिए साझा न्यूनतम कार्यक्रम तैयार किया जाएगा. जिसमें तीनों पार्टियों के मेनिफेस्टो में किए गए वादों को शामिल करने की कोशिश होगी. इनमें से तीन वादों की प्राथमिकता दी गई है.
छत्तीसगढ़ की तर्ज पर धान के लिए न्यूनतम सपोर्ट प्राइस 2500 रुपये करना, किसानों की दो लाख रुपये तक की कर्जा माफी, इसमें पिछड़े वर्ग को 25% आरक्षण और आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए सीएनटी-एसपीटी एक्ट में कोई भी बदलाव ना करने का जिक्र हो सकता है. यही नहीं नई सरकार की कोशिश होगी कि सुशासन का संदेश देने के लिए वह पहले 2 महीने के लिए अपने लक्ष्य तय करके उस पर अमल करें.
उप मुख्यमंत्री पद पर कांग्रेस की नजर
झारखंड में 16 का स्ट्राइक रेट रखने वाली कांग्रेस अपने परफॉर्मेंस को लेकर काफी उत्साहित है. कांग्रेस चाहती है कि झारखंड में कांग्रेस का उप-मुख्यमंत्री हो ताकी उसके वोट बैंक को भी सीधा संदेश जाए कि वो उनके हित के लिए चिंतित हैं. झारखंड में सरकार को लेकर बैठक में कांग्रेस उप मुख्यमंत्री की मांग रखेगी.