झारखण्ड में भी आम आदमी पार्टी का इफेक्ट साफ दिखाई देने लगा है. सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने काफिले में सायरन और हूटर नहीं बजाने का आदेश दिया है. उन्होंने मंत्रियों को अपने काफिले से अनावश्यक कारों को हटाने की भी हिदायत दी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनावश्यक रूप से बड़े काफिले के कारण आम जनता को हो रही दिक्कतों के प्रति मंत्री और अधिकारियों को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए. उन्होंने कहा कि जहां जितनी सुरक्षा की आवश्यकता है, वहां उतने ही सुरक्षाकर्मी रखे जाने चाहिए.
दरअसल, दिल्ली में आम आदमी पार्टी को अपनी नीतियों के कारण मिल रहे जनसमर्थन से अन्य राजनीतिक पार्टियां हैरान हैं. अब इसका सीधा असर झारखण्ड पर भी दिखाई देने लगा है. गौरतलब है कि झारखण्ड में अब तक केवल मंत्रियों के काफिले में ही नहीं, बल्कि अधिकारियों के काफिले में भी दर्जनों गाड़ियां चलती आई हैं. भ्रष्टाचार के दलदल में आकंठ डूबे इस राज्य में मंत्रियों की शाहखर्ची के एक से बढ़कर एक नमूने देखने को मिले हैं.