चंपई सोरेन ने झारखंड के सीएम पद की शपथ ले ली है. आलमगीर आलम और सत्यानंद ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. Champai Soren: झारखंड में नई सरकार और नए मुख्यमंत्री की ताजपोशी हो गई है. चंपई सोरेन ने नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. इसके अलावा, कांग्रेस कोटे से आलमगीर आलम और राजद कोटे से सत्यानंद भोक्ता ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सभी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है. नई सरकार को 10 दिन में बहुमत साबित करना होगा. वहीं, सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों को दो दिन के लिए हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है. इन विधायकों को चार्टर्ड प्लेन से भेजा रहा है. इससे पहले चंपई और गठबंधन के नेताओं ने दावा किया था कि वे बुधवार रात 9 बजे राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे और सरकार बनाने का दावा पेश किया था. लेकिन गवर्नर शपथ ग्रहण के लिए समय नहीं दे रहे हैं. झारखंड में नए सीएम की कवायद तब शुरू हुई, जब कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया. हेमंत ने पहले राजभवन जाकर सीएम पद से इस्तीफा दिया, उसके बाद ईडी के गिरफ्तार करने वाले मैमो पर साइन किए. हेमंत के ईडी कस्टडी में जाने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा और गठबंधन में शामिल दलों ने चंपई सोरेन को विधायक दल के नेता के रूप में चुना था. इस बीच, हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट में झटका लगा है. Aajtak.in पर जानिए झारखंड की सियासत से जुड़ी पल-पल की अपडेट...
चंपई सरकार के 40 से अधिक विधायक चार्डट प्लेन से हैदराबाद पहुंच चुके हैं. एयरपोर्ट से उन्हें बस में बैठकर ले जाया गया है.
आलमगीर आलम साहेबगंज जिले की पाकुड़ सीट से विधायक चुने गए थे. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार बेनी प्रसाद गुप्ता को हराया था. पाकुड़ कांग्रेस और आलमगीर का मजबूत गढ़ माना जाता है. वे साल 2000, 2005, 2014 और 2019 के चुनाव जीते, जबकि 2009 के चुनाव में हार गए थे. आलम ने 20 अक्टूबर 2006 और 12 दिसंबर 2009 के बीच झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रहे. वहीं, सत्यानंद भोक्ता राजद के नेता हैं और चतरा सीट से विधायक हैं. वे हेमंत सोरेन सरकार में भी मंत्री थे. उन्होंने कृषि और श्रम मंत्री की जिम्मेदारी संभाली है. वे 2000 से 2009 तक चतरा से दो बार विधान सभा के सदस्य रहे हैं.
रांची में सत्तारूढ़ गठबंधन के 35 विधायक हैदराबाद जा रहे हैं. कुछ विधायक हैदराबाद नहीं जा रहे हैं. चूंकि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय आज झारखंड में प्रवेश कर रही है. ऐसे में पार्टी के कुछ विधायक इस यात्रा में शामिल होंगे. नई सरकार के गठन को लेकर चंपई सोरेन ने राज्यपाल को 43 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा था. इसमें खुद चंपई सोरेन, कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता का नाम भी शामिल था. ये तीनों नेता भी रांची में ही रुकेंगे. सत्तारूढ़ गठबंधन में जेएमएम के 29 विधायक हैं. कांग्रेस के 17, आरजेडी और लेफ्ट से एक-एक विधायक है.
झारखंड में नई सरकार और नए मुख्यमंत्री की ताजपोशी हो गई है. चंपई सोरेन ने नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. इसके अलावा, कांग्रेस कोटे से आलमगीर आलम और राजद कोटे से सत्यानंद भोक्ता ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सभी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है. नई सरकार को 10 दिन में बहुमत साबित करना होगा. वहीं, सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों को दो दिन के लिए हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है. इन विधायकों को चार्टर्ड प्लेन से भेजा रहा है. सभी विधायक एयरपोर्ट पहुंच गए हैं. बस कुछ ही देर में वे हैदराबाद के लिए निकल जाएंगे.
Who is Champai Soren: कौन हैं 'झारखंड टाइगर' चंपई सोरेन? जो होंगे सूबे के नए मुख्यमंत्री
राजभवन में शपथ ग्रहण से पहले राष्ट्रगान शुरू हुआ. उसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की गई. सबसे पहले चंपई सोरेन (68 साल) को मुख्यमंत्री पद की शपथ के लिए बुलाया गया. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री की पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. उसके बाद राज्यपाल ने नए मुख्यमंत्री को बधाई दी है. चंपई सोरेन ने सबसे पहले 1991 में सरायकेला से उपचुनाव जीता था. वे सात बार के विधायक हैं. हेमंत कैबिनेट में दूसरी बार मंत्री बनाए गए थे.
हेमंत सोरेन ने आखिर चंपई सोरेन को ही झारखंड CM के लिए क्यों चुना?
सर्किट हाउस से एमएलए अब एयरपोर्ट जा रहे हैं. वहां पहले से ही बसें खड़ी हैं. ये विधायक चार्टर्ड प्लेन से हैदराबाद पहुंचेंगे. वहां फ्लोर टेस्ट तक रुकने का प्लान है. जेएमएम गठबंधन को आशंका है कि बीजेपी इन विधायकों को अपने पाले में करने की कोशिश कर सकती है. यही वजह है कि फ्लोर टेस्ट तक नई सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है.
राजभवन में मेहमानों का पहुंचना शुरू हो गया है. चंपई सोरेन भी विधायकों के साथ पहुंचे हैं. वे थोड़ी देर में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इसके अलावा, कांग्रेस से आलमगीर आलम, आरजेडी से सत्यानंद भोक्ता मंत्री पद की शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण के बाद गठबंधन के विधायक चार्टर्ड प्लेन से हैदराबाद के लिए निकलेंगे. नई सरकार को 10 दिन के अंदर फ्लोर टेस्ट का सामना करना होगा.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता चंपई सोरेन थोड़ी देर में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. आज सुबह सबसे पहले उन्होंने JMM प्रमुख शिबू सोरेन का आशीर्वाद लिया और नई सरकार के गठन के बारे में चर्चा की. नई सरकार में एक आरजेडी और एक कांग्रेस कोटे से कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेंगे.
गठबंधन के विधायक आज हैदराबाद के लिए निकलेंगे. वे शपथ ग्रहण का इंतजार कर रहे हैं. उसके बाद चार्टर्ड प्लेन से भेजे की तैयारी है. एक दिन पहले हवाईअड्डे पर करीब दो घंटे तक इंतजार के बाद विधायक वापस सर्किट हाउस लौट आए थे. यहां दो दिन से सभी विधायक ठहरे हुए हैं. दिन में राज्यपाल से मुलाकात के बाद चंपई सोरेन ने कहा था, हमने राज्यपाल से कहा कि मैंने नई सरकार के गठन के लिए जरूरी समर्थन पत्र पहले ही सौंप दिया है और उन्हें जल्द ही इसके लिए प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए.
झारखंड में मुख्यमंत्री को शपथ दिलाने में देरी पर विपक्ष हमलावर है. इंडिया ब्लॉक के सहयोगी दलों के सांसदों ने शुक्रवार सुबह 11 बजे लोकसभा में सबसे पहले इसी मसले को उठाया और विरोध जताया और लोकसभा से वॉकआउट किया. बता दें कि राजभवन ने गुरुवार रात ही JMM अलायंस के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को शपथ लेने के लिए शुक्रवार को समय दे दिया था. सुबह JMM ने साफ कर दिया कि दोपहर 12 बजे शपथ ग्रहण समारोह होने जा रहा है.
हेमंत सोरेन की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने पक्ष रखा. कोर्ट ने बार-बार सिब्बल से यही पूछा कि आप हाई कोर्ट क्यों नहीं गए. कपिल सिब्बल ने कहा, हम एक सीएम के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोर्ट सबके लिए है. हाईकोर्ट संवैधानिक न्यायालय है. यदि हम एक व्यक्ति को अनुमति देते हैं तो हमें सभी को अनुमति देनी होगी. सिब्बल ने कहा, इस कोर्ट के पास विवेकाधीन शक्तियां हैं. यह एक ऐसा मामला है जहां उस विवेक का प्रयोग किया जाना है. इस पर जस्टिस खन्ना ने कहा, यह स्पष्ट है कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. आप गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं तो हाईकोर्ट जाएं. जस्टिस बेला त्रिवेदी ने कहा, पहले आपने सिर्फ समन को चुनौती दी थी. कोर्ट ने कहा, पहले का एक आदेश है जिसमें कहा गया है कि आपको हाईकोर्ट से संपर्क करना चाहिए.
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने हेमंत की याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि पहले आप हाईकोर्ट जाइए. वहां से अगर सुनवाई नहीं होती है तो सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा का खुला है. हेमंत ने SC में खुद की गिरफ्तारी को चुनौती दी थी. हेमंत को ईडी ने जमीन घोटाले से जुड़े मामले में 31 जनवरी की रात गिरफ्तार किया था. हेमंत के सीएम पद से इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन को नया विधायक दल का नेता चुना गया है.
झारखंड में विधायक दल का नेता चुने जाने के बावजूद शपथ ग्रहण में देरी पर विपक्ष बिफर गया है. इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने तय किया है कि आज सुबह 11 बजे संसद में सबसे पहले झारखंड का मुद्दा उठाया जाएगा और शपथ ग्रहण में देरी पर राज्यपाल को घेरेंगे.
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झारखंड में विधायक दल के नेता चुने गए चंपई सोरेन आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. वे सुबह सबसे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख शिबू सोरेन से मिलने पहुंचे. शिबू के आवास पर मुलाकात की और सरकार के गठन के बारे में चर्चा की. चंपई ने शिबू सोरेन का आशीर्वाद भी लिया. उसके बाद वो वहां से निकल आए हैं. थोड़ी देर में चंपई सीएम की शपथ लेंगे. इसके अलावा, कांग्रेस कोटे से आलमगीर आलम और आरजेडी से सत्यानंद भोगता कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेंगे. राजभवन में शपथ ग्रहण के बाद गठबंधन के सभी विधायक हैदराबाद के लिए निकलेंगे. गठबंधन के नेताओं को विधायकों की सेंधमारी की आशंका है.
रांची में आज चंपई सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उन्हें 10 दिन में बहुमत साबित करना होगा. इससे पहले आज सर्किट हाउस में बस और पायलट सुरक्षा को स्टैंडबाय मोड पर रखा गया है. जल्द ही विधायकों का मूवमेंट होने की उम्मीद है. एक दिन पहले गठबंधन के सभी विधायक एयरपोर्ट से लौट आए थे. विधायकों को दो चार्टर्ड प्लेन से रांची से हैदराबाद भेजा जा रहा था. हैदराबाद, तेलंगाना की राजधानी है और वहां कांग्रेस की सरकार है. हवाई अड्डे के सूत्रों ने बताया कि विजिबिलिटी कम होने के कारण विमान उड़ान नहीं भर सके. (इनपुट- श्रेया चटर्जी)
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले चंपई सोरेन अपनी पार्टी JMM के मुखिया शिबू सोरेन से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे हैं. झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को सरकार बनाने का आमंत्रण देते हुए 10 दिन में बहुमत साबित करने के लिए कहा है. राजभवन ने नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह आज दोपहर में 12 बजे होने की उम्मीद है. (इनपुट- अनुपम)
झारखंड विधानसभा में कुल सदस्यों की संख्या 81 है, जिसमें से एक सीट रिक्त है. गांडेय विधानसभा सीट से जेएमएम के विधायक ने इस्तीफा दे दिया था. यानी कुल 80 में से 48 विधायक इंडिया ब्लॉक के हैं. जेएमएम से 29, कांग्रेस से 17 विधायक हैं. आरजेडी-सीपीएम के पास एक-एक सीटें हैं. लेकिन चंपई सोरेन ने राज्यपाल को विधायकों के समर्थन का जो पत्र सौंपा है, उस पर 43 विधायकों के ही हस्ताक्षर हैं. विपक्ष की बात करें तो बीजेपी, जेएमएम से ज्यादा पीछे नहीं है. बीजेपी 26 विधायकों के साथ विधानसभा में दूसरी बड़ी पार्टी है. आजसू के तीन, एनसीपी (अजित पवार गुट) के एक और दो निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी बीजेपी के साथ है. एक दिन पहले चंपई सोरेन ने भी कहा है कि उनके समर्थन में 43 विधायक हैं. उम्मीद है कि संख्या 46-47 तक पहुंच जाएगी. इसलिए बहुमत की कोई समस्या नहीं है.
JMM ने नई सरकार के गठन की तैयारी कर ली है. नए मुख्यमंत्री के साथ मंत्रियों के नाम भी फाइनल कर दिए हैं. चंपई सोरेन मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे. वे झारखंड मुक्ति मोर्चा के कोटे से होंगे. सूत्र बताते हैं कि
कांग्रेस से आलमगीर आलम और आरजेडी से सत्यानंद भोगता कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेंगे. (इनपुट- श्रेया चटर्जी)
नए मुख्यमंत्री कब शपथ लेंगे? इस पर कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने कहा, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा के झारखंड में प्रवेश करने से पहले शुक्रवार दोपहर तक शपथ ले ली जाए. राज्यपाल द्वारा अगले मुख्यमंत्री के रूप में चंपई सोरेन की नियुक्ति में देरी पर सत्तारूढ़ दल टेंशन में आ गया था और अपने विधायकों की टूट की आशंका के चलते उन्हें दो चार्टर्ड प्लेन से रांची से हैदराबाद भेजने की तैयारी कर ली थी. हैदराबाद, तेलंगाना की राजधानी है और वहां कांग्रेस की सरकार है. हवाई अड्डे के सूत्रों ने बताया कि विजिबिलिटी कम होने के कारण विमान उड़ान नहीं भर सके.
हेमंत के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद झारखंड में राजनीतिक संकट गहरा गया था. JMM विधायकों का कहना था कि राज्य में बिना मुख्यमंत्री के सरकार चल रही है. राज्यपाल को जल्द ही निर्णय लेना चाहिए. इस बीच, राज्यपाल के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने बताया कि हमने उन्हें (चंपई सोरेन) शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है. अब वे तय करेंगे कि शपथ कब लेनी है. उसके बाद शुक्रवार सुबह जेएमएम ने साफ किया कि वो आज दोपहर 12 बजे से एक बजे के बीच शपथ लेने की तैयारी कर रहे हैं. इससे पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा था, चंपई सोरेन को अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है. कांग्रेस गठबंधन का प्रमुख घटक है.
इससे पहले गुरुवार को चंपई सोरेन के राज्यपाल से मिलने के बाद गठबंधन के 39 विधायक हैदराबाद जाने की तैयारी में थे, जिनमें हेमंत सोरेन के भाई और विधायक बसंत सोरेन भी शामिल थे. हालांकि, खराब मौसम और कम विजिबिलिटी के कारण विमान उड़ान नहीं भर सका. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने बुधवार को हेमंत सोरेन से पूछताछ की थी. उसके बाद गिरफ्तारी की तैयारी के बीच हेमंत ने राजभवन जाकर सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. बुधवार रात 9.30 बजे ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था. बाद में चंपई सोरेन झामुमो विधायक दल के नए नेता चुन लिए गए थे.
झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को 10 दिन में बहुमत साबित करने के लिए कहा है. राजभवन ने नए मुख्यमंत्री को शुक्रवार को शपथ दिलाने का समय दिया था. अब खबर है कि झारखंड में नए सीएम की शपथ 12 से एक बजे बीच होगी. इससे पहले राज्यपाल से मिलने के लिए चंपई सोरेन के साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता, सीपीआई (एमएल) एल विधायक विनोद सिंह और विधायक प्रदीप यादव भी पहुंचे थे.