झारखंड के बुंडू में एक स्कूल की छात्राएं मांगों को लेकर सड़क पर उतरी गईं. उन्होंने हाईवे जाम करके स्कूल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. छात्राओं ने आरोप लगाया कि स्कूल में शिक्षक नहीं हैं. इस वजह से पढ़ाई नहीं हो पा रही है.
जानकारी के मुताबिक, मामला राजधानी रांची से सटे बुंडू का है. यहां दक्षीणी छोटानागपुर प्रमंडलीय आवासीय विद्यालय की छात्राओं को अपनी पढ़ाई छोड़कर सड़क पर उतरने पर मजबूर होना पड़ा. छात्राओं ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन कर कई गंभीर आरोप लगाए.
स्कूल में पीने का पानी तक नहीं- छात्राएं
छात्राओं ने बताया कि स्कूल में शिक्षक नहीं हैं इस वजह से पढ़ाई नहीं हो पा रही है. पिछले चार दिन से स्कूल में पीने का पानी तक नहीं है. उन्हें खाना नहीं मिल रहा है और अन्य सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं. स्कूल का निरीक्षण करने के लिए कभी कोई अधिकारी भी नहीं आता है, जिन्हें अपनी परेशानी बता सकें. छात्राओं ने कहा कि लगता है कि उन्हें किसी अनाथ आश्रम में रखा गया है.
व्यवस्था दीजिए या तो गोली मार दीजिए
अपनी परेशानियों से तंग आकर छात्राएं सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने को मजबूर हो गईं. उन्होंने शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान कहा कि हमें व्यवस्था दीजिए या तो गोली मार दीजिए.
एसडीओ ने छाक्षाओं को दिया आश्वशन
स्कूली छात्राओं द्वारा हाईवे पर विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एसडीओ अजय कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने छात्राओं की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और वापस स्कूल भेजा दिया. इस दौरान एसडीओ ने सभी स्कूली लड़कियों को आश्वत किया कि जो भी बुनियादी समस्याएं हैं, उन्हें जल्द से जल्द सुधारा जाएगा.
(रिपोर्ट- अरविंद सिंह)