भारत और पाकिस्तान के बीच टेंशन के दौरान जम्मू जिले के आर.एस.पुरा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के दो जवान शहीद हो गए हैं. बीएसएफ ने रविवार को जानकारी दी कि कांस्टेबल दीपक चिमनगाखम, जो 10 मई को पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हुए थे, उन्होंने 11 मई को दम तोड़ दिया.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक बीएसएफ की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया गया है कि, 'कांस्टेबल दीपक चिमनगाखम 10 मई को आर.एस.पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे और 11 मई को वो शहीद हो गए. बीएसएफ महानिदेशक और समस्त बल उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.'
इससे पहले, बीएसएफ की 7वीं बटालियन के आठ जवान पाकिस्तान की गोलाबारी में घायल हो गए थे, जिनमें से सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज बाद में इलाज के दौरान शहीद हो गए थे.
रविवार को जम्मू के पलौरा स्थित बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय में शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि दी गई. उनका अंतिम संस्कार सोमवार को बिहार के सारण जिले के उनके पैतृक गांव नारायणपुर में किया जाएगा. वहीं, कांस्टेबल चिमनगाखम को भी सोमवार को पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी जाएगी.
यह गोलीबारी उस समय हुई थी जब भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को "ऑपरेशन सिंदूर" शुरू किया था. इस सैन्य अभियान के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था.
चार दिनों तक चली जवाबी कार्रवाइयों और सीमा पार हमलों के बाद दोनों देशों के बीच शनिवार को जमीनी, हवाई और समुद्री सीमाओं पर सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति बनी थी.