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'... तो हमारे बच्चों को क्यों मारा?', जब बोलते-बोलते अचानक भावुक हुईं महबूबा मुफ्ती

महबूबा ने कहा कि सैन्य कार्रवाई से कोई स्थायी समाधान नहीं निकलेगा. उन्होंने भारत और पाकिस्तान को लेकर कहा कि एक ओर भारत सरकार दावा कर रही है कि उसने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है, तो दूसरी ओर पाकिस्तान कह रहा है कि उसने भारत के 5 फाइटर जेट मार गिराए हैं और पुंछ में ब्रिगेड मुख्यालय को भी निशाना बनाया है. हिसाब बराबर हो गया है. अब यह रक्तपात बंद होना चाहिए.

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प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक हुईं महबूबा मुफ्ती
प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक हुईं महबूबा मुफ्ती

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ़्ती शुक्रवार को श्रीनगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भावुक हो गईं और मीडिया को संबोधित करते हुए रो पड़ीं. महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि नियंत्रण रेखा (LoC) के दोनों ओर मारे जा रहे बच्चों की मौतें उन्हें अंदर से तोड़ रही हैं. मैं इससे बहुत दुखी हूं.

महबूबा ने साफ कहा कि सैन्य कार्रवाई से कोई स्थायी समाधान नहीं निकलेगा. उन्होंने भारत और पाकिस्तान को लेकर कहा कि एक ओर भारत सरकार दावा कर रही है कि उसने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है, तो दूसरी ओर पाकिस्तान कह रहा है कि उसने भारत के 5 फाइटर जेट मार गिराए हैं और पुंछ में ब्रिगेड मुख्यालय को भी निशाना बनाया है. हिसाब बराबर हो गया है.तो फिर हमारे बच्चों को क्यों मारा जा रहा है. अब यह रक्तपात बंद होना चाहिए.

महबूबा मुफ्ती ने इस स्थिति को बेहद चिंताजनक बताया और कहा कि आम लोगों, खासकर बच्चों, की जानें इस टकराव की सबसे बड़ी कीमत चुकाने पर मजबूर हैं. उन्होंने अपील की कि दोनों देशों को टकराव की बजाय संवाद का रास्ता अपनाना चाहिए, ताकि शांति स्थापित हो सके और मासूम ज़िंदगियों की रक्षा की जा सके.

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जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया को कहते हैं कि युद्ध मत करो. यूक्रेन युद्ध को लेकर पीएम मोदी ने कहा था कि यह युग युद्ध का नहीं, डायलॉग का है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने तब कहा था कि पॉलिटिकल डायलॉग की जरूरत है. पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी को फोन उठाकर शहबाज शरीफ (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री) से बात करनी चाहिए.

उन्होंने दोनों देशों की लीडरशिप की शांति और बातचीत की अपील की और कहा कि खून बहना बंद होना चाहिए. जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम ने आम नागरिकों के मारे जाने का जिक्र किया और कहा कि इन हालात में महिलाओं और बच्चों का क्या कसूर है? महिलाओं और मासूम बच्चों को क्यों टार्गेट किया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि मिलिट्री एक्शन कभी बीमारी की जड़ तक नहीं पहुंच पाता है. पाकिस्तान के हालात भी ठीक नहीं है. इस मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप होना चाहिए.

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