जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि कश्मीर मसले का हल एक ऐसी स्थिति पैदा करके मुमकिन है जहां दोनों देशों के बीच सरहद रहते हुए भी इसका कोई मतलब नहीं हो. उमर ने पाकिस्तान अखबार 'डेली टाइम्स' को दिए गए इंटरव्यू में यह बात कही है. उमर ने यह भी कहा है कि यदि पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ 2007 में चीफ जस्टिस इफ्तिखार चौधरी के साथ नहीं उलझते तो भारत और पाकिस्तान ने कश्मीर मसले पर काफी आगे कदम बढ़ाया होता.
गौरतलब है कि उमर का यह इंटरव्यू पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार ने किया था जो केंद्रीय मंत्री शशि थरूर के साथ कथित अफेयर को लेकर हाल ही में विवादों में रही थी. अखबार ने उमर के हवाले से लिखा है, 'यदि आप ऐसी स्थिति बनाते हैं जिसमें सीमा रेखा मौजूद तो रहे लेकिन अप्रासंगिक रहे, तो मुझे लगता है कि सिर्फ यही हल है. इसमें आप कश्मीर से शुरू करते हैं और फिर इसे विस्तृत करते हैं, हमारा यह दक्षिण एशिया मुक्त व्यापार क्षेत्र का विचार है.' उमर का मानना है कि कश्मीर समस्या का हल निकालने का यही एकमात्र रास्ता है.
उन्होंने कहा, 'कश्मीर की समस्या 1947 से हमारे साथ है. यह हमारे संबंधों को प्रभावित करता रहेगा. कश्मीर मुद्दे के हल के लिए मुशर्रफ द्वारा प्रस्तावित चार सूत्री कार्यक्रम में कुछ मौके थे. इसमें असैन्यकरण और सीमा रेखा का लचीलापन भी शामिल था. नियंत्रण रेखा अप्रासंगिक हो सकता है. आप बॉर्डर के दोनों ओर से सेनाएं हटा सकते हैं.'
उमर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के संबंध कुछ खास स्थिति का बंधक है जो यह है कि दोनों देश अपने अपने कब्जे वाले इलाके खाली करें. उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी चार जनवरी को कहा था कि दोनों देश कश्मीर मुद्दे पर मुशर्रफ के शासन के दौरान एक अहम सफलता पाने के करीब थे.' यह पूछे जाने पर कि कश्मीर मुद्दे का एक प्रैक्टिकल हल क्या हो सकता है, तो उमर ने कहा, 'अपने अपने कब्जे वाले इलाके खाली करने का विचार हमें कहीं नहीं ले जाएगा इसलिए इसे छोड़ दीजिए. और जब आप इससे आगे बढेंगे तो आपके पास क्या क्या विकल्प हैं? क्या पाकिस्तान अपने कब्जे वाले किसी क्षेत्र को छोड़ता है? नहीं छोड़ेगा.' उमर ने मुशर्रफ के बारे में कहा कि हम उन्हें कारगिल युद्ध के चश्मे से देखते हैं.
बीजेपी ने की 370 खत्म करने की मांग
सीमा रेखा खत्म करने के उमर के बयान पर बीजेपी ने निशाना साधा है. पार्टी ने इसी बहाने धारा 370 को खत्म करने की मांग भी कर डाली है. बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि उमर अब्दुल्ला को वास्तविक नियंत्रण रेखा खत्म करने की मांग के बजाए उस राजनैतिक नियंत्रण रेखा को पहले खत्म करना चाहिए जिसकी वजह से कश्मीर देश से कटा हुआ है. बीजेपी नेता ने कहा कि एलओसी से पहले 370 की रेखा खत्म होनी चाहिए.