जम्मू-कश्मीर में जारी हिंसा, कर्फ्यू और अस्थिरता के दौर के बीच केंद्र सरकार ने घाटी सहित राज्य के लिए कई अहम पर्यटन योजनाओं को मंजूरी दी है. सरकार ने स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत पांच सौ करोड़ रुपये की लागत वाली कई परियोजनाओं को मंजूरी देकर जम्मू कश्मीर पर्यटन के शीतकालीन सीजन को गति प्रदान करने की कोशिश की है.
इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर जोर
बारामूला कुपवाड़ा लेह सर्किट के लिए सरकार ने सौ करोड़ से कुछ ही कम यानी 99.98 करोड़ रुपये की परियोजना मंजूर की है.
राजौरी-शोपियां-पुलवामा सर्किट के लिए भी सौ करोड़ रुपये, अनंतनाग-किश्तवाड़ और पहलगाम रंजीत सागर डैम सर्किट के लिए भी 99.75
करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
क्षतिग्रस्त संपत्तियों का होगा पुनर्निर्माण
इनके अलावा पर्यटन सुविधाओं के विकास के साथ बाढ़ या हिंसा से क्षतिग्रस्त संपत्तियों के पुनर्निर्माण के लिए भी सौ करोड़ रुपये दिये
गए हैं.
अमरनाथ यात्रियों के लिए सुविधाओं का विकास
इस रकम से अमरनाथ यात्रियों के लिए पर्यटन की सुविधाएं बनाना, ट्रेकिंग रूट का विकास, आधार शिविर से लेकर मंजिल तक रास्तों
का विकास करना भी शामिल है. इसके अलावा श्रीनगर के मशहूर शालिमार बाग में लाइट एंड साउंड सो, ऐतिहासिक इमारतों को रोशन
करना, टूरिस्ट प्लेसेज पर इको फ्रेंडली वाहन, गोल्फकोर्स जैसी सुविधाएं बढ़ाना वगैरह भी शामिल हैं.