जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद मंगलवार को श्रीनगर में एक रैली को संबोधित करते कुछ ऐसा कह गए, जिससे जबरदस्त बवाल मच सकता है.
सूचना आयुक्त ने दी बयान पर सफाई
सईद ने कहा, 'आप अपने मुल्क पाकिस्तान के साथ दोस्ताना ताल्लुकात चाहते हैं.' हालांकि सूचना आयुक्त ने मुफ्ती मोहम्मद सईद के इस बयान पर
सफाई दी और कहा कि मुख्यमंत्री का कहने का मतलब था- 'आप अपने मुल्क के पाकिस्तान के साथ दोस्ताना ताल्लुकात चाहते हैं.'
दोनों मुल्कों में कारोबार बढ़ेगा: सईद
सईद ने रैली में भारत-पाकिस्तान के बीच फिर से शांति वार्ता की शुरुआत पर खुशी जताई. उन्होंने कहा, 'जम्मू कश्मीर की जनता की आवाज सुनी गई है
और मैं उम्मीद करता हूं कि दोनों मुल्कों इस बातचीत को जारी रखेंगे, जिससे अविश्वास दूर होगा, लोगों में आपस में संपर्क बढ़ेगा और एलओसी तथा
इंटरनेशनल बॉर्डर के दोनों तरफ कारोबार के नए रास्ते खुलेंगे.
सुचेतगढ़ को ट्रेडिंग प्वॉइंट बनाने का वादा
सईद ने इससे पहले जम्मू के सुचेतगढ़ में अपनी यात्रा के दौरान लोगों से वायदा किया था कि वे केंद्र से बॉर्डर पर बसे सुचेतगढ़ को वाघा की तरह
भारत-पाकिस्तान के बीच कारोबार का केंद्र बनाने के लिए कहेंगे.
CM का काफिला गुजरने पर हुआ पथराव
मंगलवार की रैली से पहले मुख्यमंत्री का काफिला गुजरने के दौरान नौहट्टा इलाके में युवकों के एक समूह ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया जिससे संघर्ष
छिड़ गया. एक पुलिस अफसर ने कहा, ‘मुख्यमंत्री का काफिला जब राजौरी कादल में गनी स्मारक स्टेडियम के नजदीक पहुंचा तो 10-15 युवकों के समूह
ने स्वतंत्रता के समर्थन में नारे लगाए.’ हालांकि इस घटना में कोई जख्मी नहीं हुआ.