भारत माता की जय के नारे लगाने पर कश्मीर में विरोध का सामना कर रहे फारूक अब्दुल्ला ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने विरोध करने वालों को कड़ी नसीहत देते हुए कहा, 'मैं डरने वाला नहीं हूं. अगर वो समझते हैं कि इससे आजादी आएगी, तो मैं इनको कहना चाहता हूं कि पहले बेरोजगारी, बीमारी और भुखमरी से आजादी पाओ.'
Mein darne wala nahi hun. Agar yeh samajhte hai ki ise azadi aayegi toh mein inko kehna chahta hun ki pehle begaari,beemari aur bhookmari se azadi pao: Farooq Abdullah on protests against him during Eid prayers for raising'Bharat Mata ki Jai' slogans during Vajpayee's prayer meet pic.twitter.com/F0dCBoDJ80
— ANI (@ANI) August 22, 2018
उन्होंने कहा, 'कोने में छुपकर पत्थर चलाने से वक्त नहीं बदल जाएगा. आज भारत और पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता शुरू करने का समय आ गया है. हम गद्दार नहीं हैं. हमें इस मुल्क में ही रहना है और मरना है.'
उन्होंने कहा, 'हम लोग तबाह हो रहे हैं. हम जिस मुसीबत में हैं, उससे निकलना होगा. ये काम नारेबाजी से नहीं होगा. गरीबी और बदहाली दूर करनी होगी. पिछले 30 साल में हम बहुत पीछे हो गए हैं. नफरत को छोड़ने की जरूरत है. यह देश हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई समेत उन सभी का है, जो यहां रहते हैं.'
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धांजलि सभा में जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने भारत माता की जय के नारे लगाए थे, जिसको लेकर उन्हें कश्मीर में भारी विरोध का सामना कारण पड़ रहा है. बुधवार को बकरीद के मौके पर हजरत बल में नमाज पढ़ने गए फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ लोगों ने जमकर नारेबाजी की.
विरोध में हाथों में जूते उठाए
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला से लोग इतने नाराज थे कि उनके खिलाफ 'शर्म करो-शर्म करो' के नारे लगाए. इतना ही नहीं, लोग उन्हें मस्जिद से बाहर निकालने की मांग तक करने लगे और हाथों में जूते उठा लिए. हालांकि, सुरक्षा घेरे के कारण उनके पास कोई नहीं आ सका.
मालूम हो कि फारूक अब्दुल्ला ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे थे और उनको हिन्दुस्तान के दिलों का मालिक बताते हुए उनके रास्ते पर चलने की अपील की थी.
वहीं, ईद-उल-अजहा यानी बकरीद के अवसर पर श्रीनगर और जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन और हिंसा देखने को मिली. आतंकियों ने इस दिन भी अपनी नापाक हरकत को अंजाम दिया. जम्मू-कश्मीर में बकरीद के मौके पर कई इलाकों में विरोध-प्रदर्शन किया गया है. साथ ही बुधवार को आतंकियों ने दो लोगों की हत्या कर दी.
जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाज भी अपनी हरकत से बाज नहीं आए. बुधवार को श्रीनगर में ईद की नमाज पढ़ने के बाद कुछ लोगों ने पाकिस्तान और ISIS के झंडे लहराए. वहां पर मौजूद सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी भी की गई. पाकिस्तान भी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आया. बकरीद के मौके पर भी पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर उल्लंघन किया गया.