जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुई मुठभेड़ में सेना ने पांच आतंकियों को मार गिराया था. लेकिन उस कार्रवाई में सेना का एक हवलदार भी शहीद हुआ. उनका नाम था हवलदार काशीराय बम्मनल्ली जिन्होंने उस मुठभेड़ के दौरान एक सक्रिय भूमिका निभाई थी. उन्हीं की वजह से ऑपरेशन हनजन सफल हो पाया और आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया गया. लेकिन उस मुठभेड़ हवलदार काशीराय बम्मनल्ली शहीद हुए और अब भारतीय सेना द्वारा उन्हें पूरे सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गई.
शहीद हवलदार काशीराय बम्मनल्ली को सेना की श्रंद्धाजलि
उनके सहास को सलाम करने के लिए सेना के तमाम बड़े अफसर मौके पर मौजूद रहे और सभी ने शहीद हवलदार काशीराय बम्मनल्ली को श्रद्धांजलि दी. आर्मी की तरफ से काशीराम की वीरता के बारे में गर्व के साथ बताया गया. जानकारी दी गई कि वे हरजन ऑपरेशन का हिस्सा थे. जब देर रात को आतंकियों द्वारा सुरक्षाबलों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी गई थी, तब शहीद काशीराम ने भी उसका मुंहतोड़ जवाब दिया था. वे भी अपने दूसरे साथियों के साथ आतंकियों का डटकर सामना कर रहे थे. लेकिन उस कार्रवाई के दौरान एक गोली सीधे हवलदार काशीराय बम्मनल्ली की छाती में लग गई. वे बुरी तरफ घायल हो गए और उन्हें समय रहते 92 बेस अस्पताल में भर्ती करवाया गया. लेकिन इलाज के दौरान ही उन्होंने दम तोड़ दिया.
पूरे सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
शहीद हवलदार काशीराय बम्मनल्ली ने साल 2006 में आर्मी ज्वाइंन की थी. वे कर्नाटक के विजयपुर जिले के बी बगेवाड़ी तहसील स्थित उक्कल गांव में रहते थे. उनकी शादी हो चुकी थी और उनकी एक बेटी और बेटा था. लेकिन अब जब वे इस दुनिया में नहीं रहे हैं तो सेना की तरफ से शहीद के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक स्थान ले जाया जा रहा है. वहां पर पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. जारी बयान में आर्मी की तरफ से कहा गया है कि इस मुश्किल घड़ी में पूरी फोर्स शहीद हवलदार काशीराय बम्मनल्ली के परिवार के साथ खड़ी है.