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PDP का पांचवां MLA भी हुआ बागी, कहा- वंशवाद वाली ना हो J-K में अगली सरकार

इस बैठक के लिए हसीब द्राबू स्पेशली मुंबई से आए और सज्जाद लोन से राज्य की राजनीतिक हलचल पर बात की. बता दें कि हसीब द्राबू ने ही पीडीपी और बीजेपी के गठबंधन में अहम भूमिका निभाई थी

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जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (फाइल फोटो)
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (फाइल फोटो)

जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर सरकार बनाने की हलचलें तेज हुई हैं. पहले भारतीय जनता पार्टी के नेता राम माधव ने पूर्व मंत्री सज्जाद लोन से मुलाकात की, उसके बाद अब 5 पीडीपी विधायकों ने अपनी पार्टी के खिलाफ बयानबाजी की है. गुरुवार को पीडीपी के चार विधायक पहले ही पार्टी के खिलाफ बयान दे चुके थे, लेकिन शुक्रवार को पांचवें विधायक ने भी बयान दिया है.

बारामूला से विधायक जावेद बेग का कहना है कि राज्य में जो भी नई सरकार बनेगी वह पारिवारिक राजनीति से अलग होनी चाहिए. विधायक का कहना है कि जिस तरह से पीडीपी काम कर रही थी, उन्हें वह ठीक नहीं लग रहा है.

चार विधायक पहले से थे नाराज़

गुरुवार को ही पीडीपी के चार विधायकों ने पार्टी के खिलाफ बयान दिया था. PDP विधायक अब्दुल मजीद पड्डार का कहना है कि वह पार्टी से खुश नहीं हैं और अन्य विधायकों को भी सरकार बनाने की कोशिशें तलाशनी चाहिए. उनसे पहले इमरान अंसार, आबिद अंसारी, अब्बास अहमद भी पार्टी से नाराजगी की बात कर चुके हैं.

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सज्जाद लोन से मिले हसीब द्राबू

वहीं अब ये मामला राजधानी दिल्ली आ पहुंचा है, पीडीपी से निकाले गए नेता हसीब द्राबू ने गुरुवार शाम राजधानी दिल्ली में सज्जाद लोन से मुलाकात की.

इस बैठक के लिए हसीब द्राबू स्पेशली मुंबई से आए और सज्जाद लोन से राज्य की राजनीतिक हलचल पर बात की. बता दें कि हसीब द्राबू ने ही पीडीपी और बीजेपी के गठबंधन में अहम भूमिका निभाई थी लेकिन जब गठबंधन टूटने के करीब था तब उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया गया था.

लोन से मिले राम माधव

दरअसल, इस सुगबुगाहट के पीछे राज्य के प्रभारी राम माधव द्वारा 27 जून को किया गया एक ट्वीट है. इस ट्वीट के जरिए पोस्ट की गई तस्वीर में राम माधव श्रीनगर में पिछली सरकार में मंत्री रहे सज्जाद लोन के साथ राज्य के रोडमैप पर चर्चा करते दिख रहे हैं.

बीजेपी के लिए 19 है ‘मैजिक फीगर’

रियासत में सत्ता का मौजूदा सियासी गणित कुछ ऐसा है कि कोई भी दल बिना किसी सहयोग के सरकार नहीं बना सकता. राज्य में 28 विधायकों के साथ पीडीपी सबसे बड़ी पार्टी है. वहीं बीजेपी 25 विधायकों के साथ दूसरे नंबर पर है. सरकार बनाने के लिए जिस ‘मैजिक फीगर’ की जरूरत है, वो है 44.  यानि अगर बीजेपी सरकार बनाने की कोशिश करती है तो उसे 19 विधायकों की जरूरत होगी.

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