राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने लोगों से बात की और हालात के संबंध में जानकारी ली. वहीं, अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बड़े निर्णय के बाद 48वें दिन भी घाटी में हालात तनावपूर्ण हैं. हालांकि हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं.
गौरतलब है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने सुप्रीम कोर्ट से जम्मू कश्मीर जाने की इजाजत देने की अपील करते हुए याचिका दायर की थी. आजाद की याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने उन्हें घाटी के कुछ स्थानों का दौरा करने की इजाजत दे दी थी.
इसके बाद ही वह श्रीनगर पहुंचे हैं. कोर्ट ने गुलाम नबी आजाद को श्रीनगर, अनंतनाग, जम्मू और बारामुला जाने की इजाजत दी है. गुलाम नबी आजाद ने सुप्रीम कोर्ट को यह आश्वस्त किया था कि वह कश्मीर जाकर कोई रैली नहीं करेंगे.
बता दें कि गुलाम नबी आजाद अनुच्छेद 370 पर केंद्र सरकार के फैसले के बाद पहले भी जम्मू कश्मीर जा चुके हैं, लेकिन उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया गया था. उन्हें एयरपोर्ट से ही वापसी का टिकट थमाकर दिल्ली वापस भेज दिया जाता रहा.
आजाद राहुल गांधी के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर गए विपक्षी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में भी शामिल थे. प्रतिनिधिमंडल को प्रशासन ने एयरपोर्ट पर ही रोक दिया था. राहुल गांधी और आजाद समेत विपक्षी नेताओं को वापस दिल्ली लौटना पड़ा था.